शटर बंद की इस कार्रवाई के दौरान
महापौर के फोन लगातार घनघनाते रहे, लेकिन उनके कड़े रुख के आगे दुकानदारों का विरोध और दबाव काम नहीं आया और कार्रवाई जारी रही। इसके साथ ही उन्होंने ये संदेश दे दिया है कि यातायात में बाधा पहुंचाने के मसले पर कोई रियायत नहीं। आमजनता की सुविधाओं और जनहित के कार्य प्रमुख हैं।
CG News: शटर बंद कराने की कोशिशें की गई…
पंडरी कपड़ा मार्केट की मुख्य सड़क की तरफ अवैध तरीके से दुकानें खोल लेने का मामला काफी विवादित रहा है। कई बार ऐसी दुकानों के शटर बंद कराने की कोशिशें की गई, लेकिन निगम में कांग्रेसी महापौर ये काम नहीं करा पाए थे। जबकि ट्रैफिक जाम ज्यादा दुकानदार खुद अपनी गाड़ियां सामने रखते हैं और ग्राहकों की गाड़ियां सड़क तक पार्क हो जाती थीं, ऐसे में इस रोड से आवाजाही काफी कठिन हो गई थी। ऐसी दुकानों के सीलबंद की कार्रवाई से पहले महापौर मीनल चौबे ने इस क्षेत्र का दौरा किया था और दुकानदारों को एक महीने का समय भी दिया गया। महापौर ने यह भी कहा कि यदि इन दुकानों के निर्माण के दौरान दोनों तरफ शटर खोलने से संबंधित कोई दस्तावेज हो तो उसे प्रस्तुत करें, लेकिन दुकानदार प्रस्तुत नहीं कर सके। आखिरकार ऐसी सभी दुकानें सीलबंद कर दी गई।
दबाव बनाने की कोशिश
CG News:
पंडरी कपड़ा मार्केट की मुख्य सड़क पर ट्रैफिक जाम से परेशान शहर के लोग लगातार ऐसी दुकानों को बंद कराने की मांग करते रहे। आमजनता की मांग और सुविधाओं को देखते हुए अब नगर निगम ने सख्ती से कार्रवाई की। इस दौरान दुकानदार उत्तर विधायक पुरंदर मिश्रा से लेकर अपर आयुक्त, जोन के अफसरों के साथ बैठक कर कार्रवाई टालने का लगातार दबाव बनाने की काफी कोशिशें करत रहे।
लेकिन सभी 19 दुकानें सीलबंद कर दी गई। पर्याप्त समय देने के बावजूद दुकानदारों द्वारा दोनों तरफ दुकानों के शटर खोलने के दस्तावेज तक महापौर के सामने प्रस्तुत नहीं कर पाए। दुकानों को सील किए जाने के पहले जोन-2 की टीम ने सूचना भी दे दी थी कि कार्रवाई की जाएगी।