शर्मा ने संबोधन में कहा कि हमारा राज्य प्राकृतिक सौंदर्य, सांस्कृतिक विरासत, जनजातीय परंपराओं, ऐतिहासिक स्थलों और आध्यात्मिक ऊर्जा से भरपूर है।
छत्तीसगढ़ को आज भी ‘अनदेखा भारत’ कहा जाता है और यही इसकी सबसे बड़ी शक्ति है।
उन्होंने छत्तीसगढ़ के प्रमुख पर्यटन स्थलों जैसे चित्रकोट जलप्रपात, कांगेर घाटी, सिरपुर, बस्तर का धुड़मारास तथा भोरमदेव, डोंगरगढ़, दंतेवाड़ा आदि धार्मिक स्थलों का उल्लेख करते हुए पश्चिम बंगाल के टूर ऑपरेटर्स और ट्रैवल एजेंट्स से अनुरोध किया कि वे अपने पर्यटन पैकेज में छत्तीसगढ़ को भी शामिल करें।
CG News: उन्होंने यह भी बताया कि छत्तीसगढ़ में पर्यटन को अब उद्योग का दर्जा प्राप्त है और पर्यटन क्षेत्र में होमस्टे, रिसॉर्ट्स, ट्राइबल और वेलनेस टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए अनेक योजनाएं शुरू की गई हैं। शर्मा ने बताया कि कोलकाता में छत्तीसगढ़
टूरिज्म बोर्ड का स्थायी सूचना केंद्र स्थापित किया गया है। इस अवसर पर छत्तीसगढ़ टूरिज्म बोर्ड के प्रबंध संचालक श्रीवेक आचार्य सहित अन्य अधिकारी-कर्मचारी मौजूद थे।