CG News: बिना जिम और बिना महंगी डाइट के रहना है फिट, तो देसी डाइट का करें सेवन
CG News: राजधानी के कई जिम ट्रेनर अब देसी डाइट को प्रमोट कर रहे हैं। जिम कोच राजेश पंवार कहते हैं, हमने खुद देखा है कि लोग अंडे और चिकन से एलर्जी या गैस्ट्रिक परेशानी का शिकार हो रहे हैं।
CG News: एक वक्त था जब जिम जाने वाले युवा दिन की शुरुआत अंडे से और शाम का खाना चिकन से करते थे। पिछले कुछ समय से बर्ड फ्लू और पोल्ट्री उत्पादों से जुड़ी स्वास्थ्य चिंताओं ने इस तस्वीर को बदल दिया है। अब वही युवा देसी थाली में मौजूद दाल, चना, पनीर और हरी सब्जियों में प्रोटीन को स्वीकार रहे हैं।
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CG News: जानकारों की मानें तो जहां एक ओर स्वास्थ्य को लेकर चिंताएं बढ़ रही हैं। वहीं युवाओं में देसी प्रोटीन विकल्पों की स्वीकार्यता भी तेजी से बढ़ी है। यह ट्रेंड न केवल फिटनेस को नई दिशा दे रहा है, बल्कि भारतीय भोजन संस्कृति की ओर एक सकारात्मक वापसी भी है।
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CG News: पिछले कुछ सालों में बर्ड फ्लू, सैल्मोनेला संक्रमण और एंटीबायोटिक-युक्त पोल्ट्री उत्पादों की खबरों ने लोगों में पोल्ट्री उत्पादों को लेकर डर पैदा किया है। फिटनेस के प्रति सजग और सतर्क हो रहे युवाओं का कहना है कि वो अब सिर्फ ताकत ही नहीं, बल्कि साफ और सुरक्षित प्रोटीन चाहते हैं।
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CG News: शंकर नगर निवासी फिटनेस लवर उमेश कुमार बताते हैं मैं पहले हफ्ते में कम से कम 3 बार चिकन खाता था, लेकिन जब से पोल्ट्री फार्म के वीडियो और बर्ड फ्लू की खबरें देखीं, तबसे मैं दाल, चना और सोयाबीन से ही काम चला रहा हूं और रिजल्ट बेहतर है।
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CG News: दालें और वेज प्रोटीन पाउडर: शांति विहार कॉलोनी डंगनिया निवासी बॉडी बिल्डर और जिम ऑनर मुरली मनोहर वैष्णव, मैं 35 साल से बॉडी बिल्डिंग की फील्ड में हं। मैं नेशनल में भी पार्टिसिपेट कर चुका हूं। मैं नेचर से मिलने वाले प्रोटीन सोर्स से ही प्रोटीन ले रहा हूं। इसके अलावा मैं मिल्क और सोया से बने वेज प्रोटीन पाउडर भी यूज करता हूं। मूंग दाल और मसूर दाल से काफी प्रोटीन मिल जाता है। मैं प्याज-लहसून भी नहीं खाता।