उन्हें हैवी ट्रैफिक के बीच आना-जाना करना पड़ता है। सर्वे रिपोर्ट बताती है कि इस रिंग रोड नंबर-1 के चौड़ीकरण में बिजली के खंभे और हाईटेंशन लाइन बड़ी बाधा है। इसे अंडरग्राउंड कराने में 124 करोड़ रुपए खर्च होंगे। इसका प्रस्ताव एनएचएआई के क्षेत्रीय अफसरों को भेजा गया है।
CG News: सर्विस रोड चौड़े होने से नागरिकों को होगी सुविधा
शहर के बीच में आ चुकी रिंग रोड-1 का सर्विस रोड ट्रैफिक दबाव के हिसाब से काफी कम चौड़ा है। क्योंकि सबसे अधिक आवाजाही आसपास के मोहल्ले और
कॉलोनियों के लोगों की ज्यादा है। हाईवे सड़क से भारी भरकम ट्रक और बसों की आवाजाही होने से छोटे वाहन चालकों को दुर्घटना का खतरा ज्यादा होता है। ऐसे में सर्विस रोड का चौड़ीकरण बिजली पोल और लाइन अंडरग्राउंड कराकर कराना जरूरी हो गया है।
रायपुर वृत्त सीएसपीडीसीएल अधीक्षण अभियंता के एम. विश्वकर्मा ने कहा की रिंग रोड एक से बिजली के पोल हटाने के लिए अंडरग्राउंड केबिल का काम कराने के लिए डीपीआर तैयार किया गया है। तेलीबांधा के मैग्नेटो मॉल से लेकर टाटीबंध चौक तक इस काम के लिए 124 करोड़ का प्रस्ताव तैयार कर स्वीकृति के लिए
एनएचएआई के क्षेत्रीय अफसरों को भेजा गया है। फंड मुहैया उन्हें कराना है। इसके बाद रिंग रोड के ऊपर से जो बिजली लाइन निकली हुई है, उसे अंडरग्राउंड करने के प्लान पर काम शुरू कराएंगे।
तेलीबांधा से टाटीबंध चौक के बीच बसाहट बढ़ी
शहर के बीच ओडिशा और मुंबई, कोलकाता जैसे बड़े शहरों को यह रिंग रोड जोड़ता है। राज्य बनने के समय यह रोड सिंगल लेन था, जब अब बदलकर फोरलेन हुआ है। इस दौरान इस रोड के अंदर जितनी आबादी है, उससे ज्यादा रिंग रोड के पार तेलीबांधा से लेकर टाटीबंध चौक के बीच बसाहट बढ़ी है। नई कॉलोनियों के साथ कमर्शियल कॉम्प्लेक्स का निर्माण हुआ है, लेकिन सर्विस रोड काफी कम चौड़े होने से लोगों को सीधे रिंग रोड से होकर आना-जाना करने के लिए मजबूर होना पड़ता है। इस दौरान पचपेड़ीनाका ओवरब्रिज, संतोषीनगर ब्रिज, रायपुरा ब्रिज के पास बिजली के पोल और हाईवे के ऊपर से निकली बिजली लाइन को अंडरग्राउंड कराया गया। ऐसा ही प्लान
सीएसपीडीसीएल के अफसरों ने तेलीबांधा के मैग्नेटो मॉल से लेकर टाटीबंध चौक तक रिंग रोड से बिजली लाइन को अंडरग्राउंड करने का प्रस्ताव राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के क्षेत्रीय अफसरों को भेजा है।