Doctors Salary Hike: दो किस्तों में दी जा रही सैलरी
बिलासपुर में पहले से इतना वेतन मिल रहा है, जितना ऑर्डर हुआ है। डीकेएस अस्पताल के संविदा सुपर स्पेशलिटी डॉक्टरों को आदेश से केवल 10 हजार वेतन ज्यादा मिलेगा। वर्तमान में असिस्टेंट प्रोफेसर को डेढ़ लाख, एसोसिएट को ढाई लाख व प्रोफेसर को हर माह 2.90 लाख रुपए वेतन मिल रहा है। गुरुवार को जारी आदेश में असिस्टेंट प्रोफेसर को डेढ़ लाख, एसोसिएट को ढाई लाख व प्रोफेसर को हर माह 3 लाख रुपए वेतन दिया जाएगा। ये गैर अनुसूचित क्षेत्र के लिए है। अनुसूचित क्षेत्र के डॉक्टरों को गैर अनुसूचित क्षेत्र से हर माह 30 हजार रुपए वेतन दिया जाएगा। अगर कोई डॉक्टर प्राइवेट प्रैक्टिस करता है तो वेतन का 20 फीसदी काटा जाएगा। सीनियर रेसीडेंट को एक से 1.30 लाख वेतन दिया जाएगा। डीकेएस में वेतन दो किस्तों में मिलता है। एक सरकारी वेतन व दूसरा ऑटोनॉमस फंड से। जहां भी वेतन ज्यादा है, वहां दो किस्तों में सैलरी दी जा रही है।
कोरबा के विशेषज्ञ डॉक्टरों को 2.40 लाख वेतन
मेडिकल कॉलेज कोरबा में प्रोफेसर को हर माह 2.40 लाख, एसोसिएट प्रोफेसर को 1.95 लाख व असिस्टेंट प्रोफेसर को 1.25 लाख वेतन मिल रहा है। यह प्रदेश में किसी स्पेशलिस्ट डॉक्टरों को दिया जाने वाला सबसे ज्यादा वेतन है। एसआर को 95 हजार वेतन दिया जा रहा है। यह वेतन वर्तमान में नेहरू मेडिकल कॉलेज रायपुर के असिस्टेंट प्रोफेसर को दिया जा रहा है।
नियमित सुपर स्पेशलिटी डॉक्टरों के वेतन पर निर्णय नहीं, ठगे गए
Doctors Salary Hike: प्रदेश के नियमित सुपर स्पेशलिटी डॉक्टरों के वेतन बढ़ाने पर कोई निर्णय नहीं लिया गया है। जबकि पिछले साल से फाइल डीएमई से लेकर शासन के पास पहुंची थी। डीएमई कार्यालय ने प्रोफेसरों को 2.91, एसो. प्रोफेसरों को 2.68 व असि. प्रोफेसरों को 2.29 लाख मासिक वेतन भेजने की गलत जानकारी शासन को भेज दी थी। इस पर डॉक्टरों ने आपत्ति की थी और तत्कालीन कमिश्नर जेपी पाठक ने गलती स्वीकारते हुए नए सिरे से प्रस्ताव बनाकर भेजने को कहा था। इस चक्कर में उनके वेतन बढ़ाने की प्रक्रिया काफी पीछे चली गई है। डीकेएस के संविदा डॉक्टरों का वेतन नियमित सुपर स्पेशलिटी डॉक्टरों से ज्यादा है। नियमित डॉक्टरों का कहना है कि एक तरह से वे ठगे गए। जबकि वेतन बढ़ाने की पहल उन्होंने की थी।