Gold Investment: तीन महीनों में 6 हजार से ज्यादा कीमतें बढ़ीं
सोने की कीमतों में पिछले 3 महीनों में जबरदस्त इजाफा देखने को मिला है। जहां सोना जनवरी 2025 में 84000 रुपए था। इस समय 90800 रुपए प्रति 10 ग्राम है। वैवाहिक सीजन के शुरू होने के पहले ही खरीदारों की संया में इजाफा हो रहा है। सराफा कारोबारियों का कहना है कि अप्रैल में अक्षय तृतीया के पहले इसकी कीमते और बढ़ सकती है। सराफा कारोबारियों से मिले आकड़ों के अनुसार चांदी की कीमत 1 जनवरी को 39,600 रुपए 2023 में 66,500 और इस समय 1 लाख रुपए के पार चली गई है। 2000 करोड़ का कारोबार
प्रदेशभर में सोना की खरीदी का आंकड़ा लगातार बढ़ रहा है। जहां 5 साल पहले प्रदेश में करीब 200 करोड़ रुपए की खरीदी होती थी। वहीं, इस समय 500 करोड़ और रायपुर शहर में 500 करोड़ का कारोबार होता है। कुछ महीनों को छोड़कर त्योहारी सीजन और दीवाली में इसकी जमकर खरीदी होती है। सराफा कारोबारियों का कहना है कि प्लेटनियम की डिमांड सोना और चांदी की अपेक्षाकृत कम है।
इस तरह बढ़ी कीमत
सोने की कीमत 1964 में प्रति 10 ग्राम 63 रुपए, 1984 में 1971 रुपए, 1994 में 4598 रुपए, 2004 में 5850 रुपए और 2024 में 71510 रुपए हुई। इसके बाद 2024 के अंतिम कुछ महीनों और 2025 में 90800 रुपए पहुंच गई है। पिछले 50 साल में इसकी कीमत में सैकडो़ं गुना कीमतों में इजाफा हुआ है। जबकि प्रॉपर्टी और शेयर में इतना ग्रोथ नहीं देखा गया। बता दें कि सोना- चांदी की खरीदी करने पर सबसे कम 3 फीसदी जीएसटी लगता है।
5 साल में दाम दोगुना
वर्ष कीमत 2020 48651 2021 48720 2022 49390 2023 62324 2024 71510 2025 में 90800 निवेश के लिए सर्वश्रेष्ठ
रायपुर सराफा एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष हरख मालू ने कहा कि सोने को निवेश के लिए सर्वश्रेष्ठ कहा जा सकता है। पुराने जमाने के लोग जेवर को सहेजकर रखते थे, ताकि समय पर काम आए। आज फिर वही दिन लौट आया है। अंतरराष्ट्रीय बाजार का असर सराफा पर जरूर होता है, लेकिन स्थानीय लोगों को इसका फर्क इसलिए महसूस नहीं होता है, क्योंकि रिटर्न तो मिलता ही है।
सोना हर भाव में सस्ता
रायपुर सराफा एसोसिएशन अध्यक्ष सुरेश भंसाली ने पत्रिका को बताया कि सोने की कीमतों में लगातार हो रहे इजाफे को देखते हुए सोना हर भाव में सस्ता है। किश्तों में खरीदी की सुविधा और जरूरत के समय तुरंत कैश मिलने के कारण इसे सबसे सुरक्षित निवेश माना जाता है। पिछले कुछ सालों में लगातार बढ़ रही कीमतों को देखते हुए खरीदारों और निवेशकों का रूझान देखने को मिला है।