वहीं महाराष्ट्र के गोदिया में ब्रोकर का दफ्तर और आंध्रप्रदेश के काकीनाड़ा में पोर्ट, दफ्तर और गोदाम शामिल है। उक्त सभी ठिकानो में तलाशी के दौरान 1.50 करोड़ रुपए कैश, बैंकों में 4 लॉकर, ज्वेलरी, करोड़ों के लेनदेन, प्रापर्टी और निवेश के दस्तावेज बरामद हुए है। इसकी जांच की जा रही है। साथ ही राइस मिलरों और ब्रोकरों से पूछताछ कर बयान लिया जा रहा है। छापेमारी में
छत्तीसगढ़ आईटी की 150 सदस्यीय टीम और 150 सीआरपीएफ के जवानों को तैनात किया गया है।
एक्सपोर्ट का काम
आयकर विभाग द्वारा दो प्रमुख राइस मिल संचालकों और उनसे जुडे़ ब्रोकरों विदेशों में चावल एक्सपोर्ट करने का काम करते है। उक्त दोनों फर्म वेस्टर्न आफ्रिका के विभिन्न देशों में चावल की आपूर्ति करते है। इसे देखते हुए काकीनाडा स्थित राइस मिलरों के गोदाम, दफ्तर और पोर्ट में दबिश दी गई है। प्राथमिक जांच में बोगस बिलिंग, कैश में लेनदेन करने, कच्चे में कारोबार, प्रापर्टी में निवेश और बेहिसाब खर्च करने के दस्तावेज मिले है। इन सभी के संबंध में पूछताछ कर बयान लिया जा रहा है। Income Tax Raid: टैक्स चोरी के दस्तावेज मिले
तलाशी के दौरान राइस मिलरों और ब्रोकरों के ठिकानों से टैक्स चोरी के दस्तावेज मिले है। चांवल कारोबार से जुडे़ सभी संचालकों के ठिकानों से कम्प्यूटर, लैपटॉप, इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस में फर्जीवाडे़ का हिसाब मिला है। वहीं चावल एक्सपोर्ट करने और लेनदेन के रजिस्टर में बोगस बिलिंग मिली है। बता दें कि रायपुर और राजिम के दोनों बड़े चावल कारोबारी से दर्जन भर ब्रोकर (कमीशन एजेंट) भी जुडे़ हुए है।उनके ठिकानों को जांच के दायरे में लिया गया है। उक्त सभी विदेशों में थोक के हिसाब से चावल का एक्सपोर्ट करने का काम करते है।