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Monsoon In Chhattisgarh: IMD की नई भविष्यवाणी, इस दिन दस्तक देगा मानसून! अगले हफ्ते तक कई जिलों में बारिश का अलर्ट पिछले 10 सालों में पिछले साल व 2015 सबसे ज्यादा गर्म गुजरा है। 28 मई 2015 को पारा 46.2 पर चढ़ा था। जबकि बाकी सालों में अधिकतम
तापमान 45.8 डिग्री तक पहुंचा है। मई में सामान्यत: लू चलने का भी ट्रेंड रहता है। इसलिए गर्मी सीजन में सबसे ज्यादा तापमान मई में ही रहता है। जून में प्री मानसून व स्थानीय प्रभाव के कारण बारिश होती है। इस कारण पारा उतना नहीं चढ़ता, जितना मई में चढ़ता है।
केरल में पहुंचा मानसून छत्तीसगढ़ में भी जल्द आएगा दक्षिण-पश्चिम मानसून 24 मई को केरल में दस्तक दे दी है। हालांकि केरल में मानसून आने के 10 दिनों के बाद प्रदेश में मानसून आता है। इस लिहाज से 4 से 5 जून के बीच मानसून दस्तक दे सकता है। हालांकि मौसम विज्ञानियों का कहना है कि केरल में मानसून पहुंचने के बाद भी छत्तीसगढ़ में जल्दी मानसून आएगा, ऐसा नहीं है। लेकिन ट्रेंड को देखते हुए 10 दिनों बाद मानसून आता रहा है। इस बार भी ऐसा ही होने की संभावना है। पिछले साल तीन दिनों पहले 7 जून को मानसून आया था।
10 सालों में रायपुर में मई में इस तरह रहा पारा वर्ष तापमान तारीख 2015 46.2 28 2016 44.1 15 2017 45.6 16 2018 43.8 30 2019 45.8 28
2020 45.4 26 2021 42.2 30 2022 44.6 01 2023 43.0 24 2024 46.8 30 पिछले 30 साल में मई का औसत तापमान 41.8 डिग्री रहा है। इस लिहाज से इस बार मई काफी ठंडा गुजर रहा है। इसका कारण हवा की दिशा भी है। अभी हवा की दिशा दक्षिण-पूर्वी है। इस कारण बंगाल की खाड़ी से काफी नमी आ रही है और प्रदेश में व्यापक बारिश भी हो रही है।
एमएल साहू, रिटायर्ड डिप्टी डायरेक्टर जनरल, मौसम विभाग