Monsoon Update 2025: दंतेवाड़ा में अटका मानसून
28 मई को
दंतेवाड़ा में मानसून की दस्तक के बाद प्री-मानसून बारिश तो हुई, लेकिन मानसून आगे नहीं बढ़ पाया है। इसके कारण प्रदेशभर में गर्मी बढ़ गई है। बारिश नहीं होती तो लू चलने के हालात बन सकते थे। राजधानी में मंगलवार की रात हुई बारिश व्यापक है। कमल विहार से लेकर पचपेड़ीनाका, बिरगांव, आमानाका व जयस्तंभ चौक में जोरदार बारिश से पानी भर गया।
मौसम विभाग के अनुसार, 11 जून से बारिश की गतिविधियां बढ़ेंगी। इस दौरान तेज गर्जना होगी और बिजली भी चमकेगी। हालांकि ये हालात राजधानी में 10 जून को ही बन गया। अगले चार दिनों में अधिकतम तापमान 2 से 4 डिग्री तक गिरेगा। इससे गर्मी से राहत मिलने की संभावना है। खाड़ी में सिस्टम बनने से दंतेवाड़ा में अटका मानसून आगे बढ़ सकता है।
9 जून तक प्रदेश में 51 फीसदी कम बारिश
9 जून तक प्रदेश में 51 फीसदी कम बारिश हुई है। वास्तव में 19 मिमी पानी गिरना था, लेकिन केवल 9.4 मिमी पानी गिरा है। दंतेवाड़ा में जहां मानसून पहुंचने का दावा मौसम विभाग कर रहा है, वहां सामान्य से 10 फीसदी ज्यादा पानी गिरा है। वहां अब तक 15.2 मिमी पानी गिर चुका है। इससे ज्यादा पानी बीजापुर में 21.2 मिमी पानी गिरा है, लेकिन यह सामान्य से 6 फीसदी ही ज्यादा है। रायपुर जिले में केवल 8 मिमी पानी गिरा है। अब तक 13.6 मिमी पानी गिर जाना था। यह सामान्य से 41 फीसदी कम बारिश है। बिजली सप्लाई बाधित, रातभर परेशान रहे लोग
राजधानी में मंगलवार को एक बार फिर अंधड़ और बारिश के कई इलाकों में बिजली सप्लाई बाधित रही। रायपुर के गुढिय़ारी, हीरापुर, सुंदर नगर, रायपुरा और डीडी नगर समेत रायपुर को लगभग आधा क्षेत्र में बिजली सप्लाई बाधित होने से घंटों अंधेरा छाया रहा। गर्मी और उमस में उपभोक्ता घंटों बिजली नहीं आने के कारण कई घंटे परेशान रहे।
बिजली विभाग रायपुर परिक्षेत्र के अधिकारियों ने बताया कि 11 केवी लाइन और कई क्षेत्रों के फीडर में आंधी-पानी से दिक्कत आने से बिजली सप्लाई बाधित रही। देर रात तक बिजली व्यवस्था सामान्य हो पाई। अंधड़-बारिश के कारण बार-बार बिजली सप्लाई बाधित होने से उपभोक्ताओं को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा रहा है।
उपभोक्ताओं में भारी नाराजगी
Monsoon Update 2025: ‘पत्रिका’ कार्यालय में फोन कर कई उपभोक्ताओं ने बिजली विभाग के अधिकारी पर काफी नाराजगी जताते हुए कहा कि हर साल करोड़ों रुपए मेंटेनेंस पर खर्च करने के बाद भी
बारिश आने पर घंटों बिजली सप्लाई बाधित रहती है।
उपभोक्ताओं का कहना है कि अधिकारी आखिर मेंटेनेंस के नाम पर करते क्या हैं। जबकि, एक अंधड़-बारिश में घंटों बिजली सप्लाई बाधित रहती है और परेशानी उपभोक्ताओं का उठानी पड़ती है। बिजली कटौती की समस्या के मामले का सरकार को गंभीरता से लेना चाहिए। लापरवाही करने वाले अधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए और उपभोक्ताओं की परेशानी दूर हो सके।