NEET PG 2025: एनएमसी को लिखा गया पत्र
कमिश्नर मेडिकल एजुकेशन के अनुसार, एडमिशन की तारीख बढ़ाने के लिए
एनएमसी को पत्र लिखा गया है। अधिकारियों के अनुसार, हाईकोर्ट ने इन सर्विस कोटे के डॉक्टरों को बोनस व पात्रता के अनुसार प्रवेश देने को कहा है। यही नहीं, हाईकोर्ट ने काउंसलिंग को स्थगित भी नहीं किया है। बोनस अंक व रैंक के अनुसार मेरिट में आए छात्रों को सीटें आवंटित की जाएंगी।
हालांकि अगर छात्र ऊपर रैंक में आते हैं तो मेरिट प्रभावित होगी। ऐसे में एडमिशन प्रक्रिया फिर से करानी पड़ सकती है। अधिकारियों का दावा है कि एडमिशन रद्द करने की जरूरत नहीं है। नंबर के अनुसार, सीटों का आवंटन कर दिया जाएगा। इन सर्विस कैटेगरी में मिले बोनस नंबरों के विवाद के बाद कमिश्नर मेडिकल एजुकेशन कार्यालय ने हैल्थ डायरेक्टर को पत्र लिखकर बोनस नंबर का वेरिफिकेशन की मांग की है।
पूरा एडमिशन नहीं किया गया रद्द
नंबर के वेरिफिकेशन के बाद सही नंबर भी भेजने को कहा गया है, जिससे विवाद की स्थिति खत्म हो। किरण कौशल, कमिश्नर मेडिकल एजुकेशन: हाईकोर्ट का आदेश मिल गया है, जिसमें इनसर्विस कोटे के छात्रों को पात्रतानुसार एडमिशन देने को कहा है। पूरा एडमिशन रद्द नहीं किया गया है। डीएचएस से बोनस नंबर वेरिफाई करने को कहा गया है। साथ ही एनएमसी को पत्र लिखकर एडमिशन की तारीख बढ़ाने को भी कहा गया है।
स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही पड़ रही भारी
NEET PG 2025: मेडिकल कॉलेजों में संचालित पीजी कोर्स एमडी-एमएस की काउंसलिंग में बार-बार देरी स्वास्थ्य विभाग के कारण हो रही है। दरअसल, बोनस नंबर स्वास्थ्य विभाग (डीएचएस) दे ता है और इनसर्विस कोटे के डॉक्टरों को गलत बोनस नंबर दे रहा है। इससे काउंसलिंग बुरी तरह प्रभावित हो रही है। पिछले साल 29 नवंबर को काउंसलिंग स्थगित की गई थी, जब पहले राउंड में एडमिशन चल रहा था। 17 नवंबर को
हाईकोर्ट में केस दायर होने के बाद स्ट्रे राउंड की च्वॉइस फिलिंग स्थगित की गई थी। इसके बाद हाईकोर्ट के आदेश का इंतजार किया जा रहा था। प्रदेश में तीन राउंड की काउंसलिंग पूरी हो चुकी है। स्ट्रे वेकेंसी यानी यह आखिरी राउंड की काउंसलिंग होनी थी, जो अब अधर में चली गई है। राउंड कुछ दिनों शुरू होने की संभावना है।