Mahashivratri 2025: धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ होगा समापन
धर्म प्रचार समिति के सदस्य भीखम देवांगन ने बताया कि इस वर्ष प्रयागराज में महाकुंभ चल रहा है, लेकिन भीड़ के कारण कई श्रद्धालु वहां स्नान करने नहीं जा पाए हैं। ऐसे भक्तों की आस्था को ध्यान में रखते हुए संगम का गंगाजल मंगवाया गया है। कार्यक्रम के दौरान बिरगांव के प्रमुख मार्गों से होकर भगवान शिव की भव्य झांकी भी निकाली जाएगी। यह झांकी बंजारी मंदिर से होते हुए महाकालेश्वर मंदिर प्रांगण में पहुंचेगी, जहां धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ समापन होगा। विशेष रसों से होगा अभिषेक
आयोजक सरला कमल देवांगन ने बताया कि 26 फरवरी को
महाशिवरात्रि के मुख्य आयोजन के दिन भगवान शिव का अभिषेक विशेष प्रकार के रसों से किया जाएगा। इसमें गंगाजल के साथ दूब का रस, दूध, गन्ने का रस, शहद मिश्रित जल और शक्कर मिश्रित जल का प्रयोग किया जाएगा। इस अनुष्ठान में भक्तों को भी सहभागिता के लिए आमंत्रित किया गया है।
भजन संध्या और भंडारे का आयोजन
Mahashivratri 2025: रुद्राभिषेक के बाद श्रद्धालुओं के लिए प्रसाद वितरण और भंडारे की व्यवस्था की जाएगी। शाम के समय शिव भक्ति से ओतप्रोत भजन संध्या का आयोजन किया जाएगा, जिससे पूरा बिरगांव शिवमय वातावरण में डूब जाएगा। इस अवसर पर देवांगन समाज के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. ओमप्रकाश देवांगन सहित समाज के पदाधिकारी और बड़ी संख्या में भक्तजन मौजूद रहेंगे।