छत्तीसगढ़ के रायपुर कोटा निवासी 19 साल की युवती की संदिग्ध हत्या के बाद शव को कमल विहार की झाड़ियों में फेंक दिया गया। न्याय की मांग पर कोटा, कुकुरबेड़ा, मोहबाबाजार की महिलाओं और कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने आमानाका स्थित रविशंकर यूनिवर्सिटी गेट के पास चक्काजाम किया। पूर्व विधायक विकास उपाध्याय ने घटना की तुलना निर्भया कांड से करते हुए कहा, यह बीजेपी शासन में बढ़ते अपराधों का प्रतीक है।
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उन्होंने कहा, निर्भया के साथ जैसी दरिंदगी की गई थी, उसी तरह इस युवती के साथ भी की गई। धरना प्रदर्शन में मृतका के परिवारजन, शहर अध्यक्ष गिरीश दुबे, पार्षद एवं एमआईसी सदस्य श्रीकुमार मेनन, ब्लॉक अध्यक्ष दाऊलाल साहू, सहित सैंकड़ों उपस्थित रहे।
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मामले को लेकर गांड़ा महासभा की महिला विग ने भी आंबेडकर प्रतिमा के सामने प्रदर्शन किया। इस दौरान आरोपियों की गिरफ्तारी और फास्ट ट्रैक कोर्ट के माध्यम से फांसी की सजा देने की मांग की गई। गांड़ा महासभा के संयोजक रघुचंद निहाल ने कहा, यह समाज की बेटी से अन्याय का मामला है।
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अपराधियों की गिरफ्तारी में देरी शर्मनाक है। सामाजिक नेता भगवानू नायक ने पुलिस प्रशासन से आरोपियों को जल्द पकड़ने और छह महीने के भीतर सजा देने की अपील की।
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उन्होंने पीड़ित परिवार को 20 लाख का मुआवजा और एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की मांग की है। महिला नेत्री बरखा निहाल ने कहा कि जब तक पीड़िता को न्याय नहीं मिलेगा, हम शांत नहीं बैठेंगे।