दरअसल, सोमवार को ब्यावरा में समर्थन मूल्य पर गेहूं की खरीदी न होने के विरोध में किसानों ने जाम लगा दिया था। जिसमें किसानों को हवाला दिया गया था कि अंबेडकर जयंती के कारण खरीदी केंद्र को बंद रखा गया था। इसी दौरान तहसीलदार दौलजी राम अहिरवार किसानों को समझाने के लिए पहुंचे थे।
क्या बोले तहसीलदार
तहसीलदार ने मौके पर पहुंचकर कहा कि कोई कुछ नहीं करता। कोई ढेर नहीं पड़ता। मैं आप लोगों के बीच आया हूं। मैं खरीदी केंद्र के सचिव को ठीक करूंगा। मैं उसको फुटबॉल बना दूंगा।
उधर, सचिव ने कहा कि अंबेडकर जयंती पर छुट्टी थी। हमने टोकन पहले जारी कर दिए थे। अवकाश के दिन खरीदी कैसे कर सकते हैं। चार दिन से खरीदी न होने की बात झूठी है। तहसीलदार के द्वारा अभ्रद भाषा का प्रयोग किया गया है। वह कर्मचारी हैं तो मैं कर्मचारी हूं।