एसपी मोहित गर्ग ने बताया कि मामले में जांच जारी है और भी लोगों के नाम जल्द सामने आएंगे। उन्होंने मेडिकल रिपोर्ट के आधार पर यह भी दावा किया कि ग्रामीण फायरिंग से घायल नहीं हुए हैं, उन पर लाठी डंडे से वार हुआ है। उन्होंने बताया कि मोहड़ के शिवनाथ नदी में रेत निकासी के लिए नदी में उतारी गई जेसीबी मशीन सोमनी के अभिनव तिवारी उर्फ चीनू महराज की है। हाइवा को भी जब्त किया गया है। कार से पहुंचे रेत माफिया की तलाश की जा रही है।
उन्होंने बताया कि पुलिस ने मैदान से कारतूस के चार खोखे बरामद किए हैं। उन्होंने यह भी बताया कि मोहड़ ही नहीं पूरे जिले में कहीं पर भी रेत निकासी को लेकर खनिज विभाग से स्वीकृति नहीं है। वहीं खनिज अधिनियम के तहत सूर्यास्त के बाद रेत निकासी नहीं की जा सकती।
यह है पूरा मामला
रेत माफिया मोहड़ के शिवनाथ नदी घाट में बुधवार शाम को जेसीबी मशीन और दो हाइवा लेकर पहुंचे। इसकी भनक ग्रामीणों को लग गई। कुछ ग्रामीण विरोध करने पहुंचे, तो उनके साथ जमकर मारपीट कर दी गई। मारपीट की जानकारी लगते ही, मैदान में गांव के 30-40 लोग पहुंच गए।
इतने में
रेत माफिया जेसीबी मशीन लेकर निकलने लगे, सामने जेसीबी थी और पीछे दो कार में माफिया सवार थे। ग्रामीणों से घिरते देख कार में सवार माफिया बंदूक से फायरिंग करने लगे। और कार से भी रौंदने का प्रयास किया गया। इसके बाद कार सवार आरोपी फरार हो गए।
मप्र की गाड़ी से पहुंचे थे लठैत
ग्रामीणों की माने तो रेत माफिया दो कार में सवार होकर पहुंचे थे। एक ग्रे रंग की कार क्रमांक एमपी 33 सी 9084 से उतरे लोगों ने ग्रामीणों के साथ गाली-गलौज व मारपीट की है, इसका वीडियो भी वायरल हुआ है। एक कार सफेद रंग की थी, दोनों कार में सात से आठ लोग सवार थे।