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बिजली बंद होने से गुस्सा फूटा, दुर्व्यवहार को लेकर EE ने सार्वजनिक रूप से मांगी माफी. यहां नए सेटअप के आधार पर अधिकारी-कर्मचारियों की तैनाती कर दी जाएगी। शहर को बिजली उपभोक्ताओं के आधार पर पहले ही दो जोन में बांटा गया है, लेकिन लगातार उपभोक्ताओं की संख्या बढ़ रही, कनेक्शन व लोड बढ़ रहे हैं।
15 हजार उपभोक्ताओं को लेकर नई डीसी शहर में लगभग 60 हजार बिजली उपभोक्ता हैं। इनमें से फिलहाल ईस्ट (पूर्व) जोन में 28 हजार और वेस्ट (पश्चिम) जोन में 32 हजार उपभोक्ता हैं। तीसरे जोन के अस्तित्व में आने के बाद इनमें से 15-16 हजार उपभोक्ताओं को नार्थ जोन में रखा जाएगा।
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बिजली उप संभाग में एक एई, दो जेई के अलावा ऑफिस अस्सिटेंट के रूप में एक सहायक ग्रेड-2 कर्मी, सहायक ग्रेड-3 के दो पोस्ट, 3-5 हेल्पर होंगे, 8 लाइन स्टाफ के साथ एक प्यून होगा। इसके अलावा फ्यूज कॉल सहित अन्य कार्यों के लिए कान्ट्रैक्ट बेस 24 कर्मचारी होंगे, जो तीनाें शिफ्ट में कार्य करेंगे। नए सेटअप के मुताबिक तीन मालवाहक गाड़ियां मिलेगी। विद्युत वितरण कंपनी में कर्मचारियों की कमी के चलते फिलहाल सुधार में देरी होती है।
लगातार उपभोक्ता बढ़ रहे विद्युत उपकरणों में खराबी, मेंटेनेंस व बिजली संबंधी समस्या को लेकर उपभोक्ताओं की शिकायत भी बढ़ गई है। यही वजह है कि पटरीपार आने वाले 1 से 14 वार्डों को उत्तर जोन बनाया जा रहा है। यहां के लिए नए सेटअप के मुताबिक अधिकारी-कर्मचारी होने पर लोगों को बिजली संबंधी समस्या से जल्द राहत मिलेगी।
ये वार्ड होंगे शामिल नए जोन में बजरंगपुर, महात्मा बुद्ध, मोतीपुर, पदुमलाल पुन्नालाल बख्शी वार्ड, चिखली, सरकारी प्रेस वार्ड, महात्मा गांधी वार्ड, रामनगर, शंकरपुर, महारानी लक्ष्मी बाई वार्ड, राजेंद्र प्रसाद वार्ड, भीमराव आंबेडकर वार्ड, गौरीनगर शामिल होंगे।
शहर में एक और नया डीसी का सेटअप देने शासन को प्रस्ताव भेजा गया था, स्वीकृति मिल गई है। आदेश आते ही नए सेटअप में पदस्थापना कर दी जाएगी। नए जोन में पटरीपार के लगभग 15 हजार से अधिक उपभोक्ताओं को शामिल किया जाएगा, इससे वर्कलोड कम होगा।
आरके गोस्वामी, डीई राजनांदगांव