Patrika Mahila Suraksha: महिलाओं की सुरक्षा
अधिवक्ता कुसुम दुबे ने छात्र-छात्राओं से कहा कि आज के परिवेश में महिलाओं की सुरक्षा के साथ उनके विकास पर भी हमें चिंता करनी है। संस्था ने इस महत्वपूर्ण विषय पर कार्यशाला आयोजन कर आप सबको जागरूक करने का जो कार्य किया है वह स्वागतेय है। दुबे ने महिलाओं के लिए संचालित
योजनाओं की सिलसिलेवार जानकारी दी। बताया कि महिलाओं को आर्थिक रूप से व आत्मनिर्भर बनाने के लिए योजनाओं का लाभ दिलाना होगा तभी नारी शक्ति विकासशील होगी।
अधिवक्ता कुसुम ने विस्तार से कानूनी अधिकार बताए।
प्राय: यह देखा जाता है कि आज महिलाएं असुरक्षित हैं और उत्पीड़न का शिकार भी हो रही हैं। नारी सुरक्षा हम सबकी पहली जिम्मेदारी है। उत्पीड़न से पीड़ित
महिला को पुलिस के समक्ष, महिला आयोग में अपनी शिकायत तत्काल दर्ज कराकर विधिक सहायता के माध्यम से वे समाधान करा सकती हैं। महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए हम सबको कार्य करने की आवश्यकता है।
इसी प्रकार मानवीय अधिकार विषय में बताते हुए कही कि भारतीय संविधान में मिले जिसके अधिकार का हनन होता है, वह मानव अधिकार आयोग में अपनी शिकायत दर्ज कराकर सहायता प्राप्त कर सकते हैं। हमें अपने अधिकारों के प्रति जहां
जागरूक रहने की आवश्यकता है, वहीं हमें अपने कर्तव्य का भी निर्वहन पूरी निष्ठा के साथ करनी है। आयोजन में संस्था की प्राध्यापक मधुबाला श्रीवास्तव एवं बड़ी संख्या में छात्राएं उपस्थित थीं।