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CG By Election: टिकट घोषणा से पहले कांग्रेस में बगावत के संकेत! प्रमोद दुबे ने खरीदा फार्म, मची खलबली महापौर का पद अनारक्षित होने से राजनीतिक रूप से इस पद को लेकर सियासी दलों में काफी घमासान होगा।
भाजपा व कांग्रेस के अलावा अन्य दलों में दावेदारों की फौज खड़ी हो गई है। वहीं खैरागढ़ पालिका सामान्य महिला के लिए आरक्षित हुआ है। हालांकि खैरागढ़ में अभी चुनाव नहीं होगा। डोंगरगढ़ पालिका अनुसूचित जाति के लिए रिजर्व हुआ है। इसके अलावा डोंगरगांव नगर पंचायत भी सामान्य महिला के लिए आरक्षित है।
नगरीय निकाय चुनाव के लिए आरक्षण की प्रक्रिया पूरी होने के बाद माना जा रहा है कि सप्ताहभर के भीतर आदर्श आचार संहिता लागू हो सकती है। आगामी 15 जनवरी तक निर्वाचन की प्रक्रिया का अंतिम प्रकाशन होना है। इसके बाद किसी भी दिन नगरीय निकाय चुनाव की तारीख का ऐलान हो सकता है।
दोनों दलों के लिए प्रतिष्ठा का सवाल
राज्य सरकार ने इस बार प्रत्यक्ष प्रणाली के महापौर के निर्वाचण का ऐलान किया है। आरक्षण की स्थिति स्पष्ट होने के बाद कांग्रेस-भाजपा में दावेदार अपनी किस्मत आजमाने के लिए कूद पड़ेंगे। दावेदार टिकट के लिए जोर आजमाइश करने निकल पड़े हैं। सत्तारुढ़ दल के सामने महापौर की कुर्सी पर कब्जा करने दबाव है। जबकि कब्जे वाली कुर्सी पर दोबारा जीत हासिल करने कांग्रेस पर भी दबाव रहेगा।
भाजपा-कांग्रेस में इनके नाम सामने आ रहे
राजनांदगांव में महापौर का सीट अनारक्षित होने के बाद भाजपा व कांग्रेस से कई दावेदारों के नाम सामने आ रहे हैं। इसमें कुछ वरिष्ठ नेताओं के अलावा युवा नेता भी टिकट के लिए जोर आजमाइश करते नजर आएंगे। वहीं पूर्व सांसद मधुसूदन यादव, नीलू शर्मा, शिव वर्मा, रमेश पटेल, किशुन यदु, आलोक श्रोती, मोनू बहादुर सिंह, कमल सोनी सहित अन्य नाम सामने आ रहे हैं। वहीं कांग्रेस से भी दावेदारों की फौज सामने आ रही है। कांग्रेस से तात्कालीन महापौर हेमा देशमुख, कुलबीर छाबड़ा, पूर्व महापौर नरेश डाकलिया, हफीज खान, रूपेश दुबे, अशोक फड़नवीस, सुदेश देशमुख, जितेन्द्र मुदलियार, निखिल द्विवेदी, मेहुल मारू, तथागत पांडे सहित अन्य नाम सामने आ रहे हैं।
ठंड में सियासी गरमाहट
महापौर पद का अब तक ऐसा रहा आरक्षण
सन् आरक्षण वर्ग 2004 ओबीसी महिला 2009 अनारक्षित 2014 अनारक्षित 2019 ओबीसी महिला 2025 अनारक्षित अप्रत्यक्ष चुनाव में कांग्रेस की जीत हुई थी
कुल मिलाकर सीट अनारक्षित होते ही राजनांदगांव महापौर की सीट पर काबिज होने के लिए भाजपा- कांग्रेस व अन्य दलों के बीच मुकाबला काफी रोचक होगा। आने वाले दिनों में दावेदारों की स्थिति भी स्पष्ट तौर पर सामने आएगी। पिछले बार अप्रत्यक्ष चुनाव में पार्षदों के मत अनुसार कांग्रेस की हेमा देशमुख ने भाजपा की प्रत्याशी रही शोभा सोनी को परास्त कर महापौर पद पर कब्जा जमाया था। अब प्रत्यक्ष चुनाव में कांग्रेस को इसे बचाने काफी मशक्कत करनी पड़ेगी।