क्या है ‘शिक्षकएप्प’ और कैसे बदलेगा यह स्कूलों का चेहरा?
राजकीय विद्यालयों में विद्यार्थियों की उपस्थिति अब मैनुअल रजिस्टर से हटकर शाला दर्पण पोर्टल से एकीकृत डिजिटल प्रणाली के माध्यम से दर्ज की जाएगी। इसके लिए “शिक्षकएप्प” में एक नया फीचर जोड़ा गया है – ‘विद्यार्थी उपस्थिति विकल्प’। कार्यप्रणाली इस प्रकार रहेगी
- हर कक्षाध्यापक अपनी स्टाफ आईडी से लॉगिन कर अपनी कक्षा चुनेंगे।
- प्रार्थना सभा में ही मोबाइल एप्प पर उपस्थित विद्यार्थियों की सूची में से केवल अनुपस्थित छात्रों को चिन्हित करना होगा।
- इससे संबंधित डेटा सीधे शाला दर्पण पोर्टल के उपस्थिति मॉड्यूल में दर्ज हो जाएगा।
- यह उपस्थिति विद्यालय, ब्लॉक, जिला और राज्य स्तर के अधिकारियों को उनके लॉगिन पर भी तुरंत दिखेगी।
पहले चरण में पायलट प्रोजेक्ट सफल, अब राज्य में लागू
इस डिजिटल उपस्थिति प्रणाली को पहले स्वामी विवेकानंद मॉडल स्कूल (134 विद्यालय) तथा महात्मा गांधी राजकीय अंग्रेजी माध्यम उच्च माध्यमिक विद्यालयों (205 विद्यालय) में पायलट प्रोजेक्ट के रूप में प्रारंभ किया गया था। पायलट की सफलता के बाद अब इसे राज्य के सभी राजकीय विद्यालयों में लागू कर दिया गया है।
किसका क्या दायित्व, किया निर्धारण
संस्था प्रधान - सभी स्टाफ के मोबाइल में एप्प डाउनलोड व इंस्टॉलेशन सुनिश्चित करें।
- प्रतिदिन की उपस्थिति दर्ज हो, यह सुनिश्चित करना।
- शाला दर्पण पर कक्षाध्यापक की सही मैपिंग कराना।
- अनुपस्थित कक्षाध्यापक की कक्षा की उपस्थिति स्वयं दर्ज करना।
- कक्षाध्यापकों की प्रविष्ट उपस्थिति को सत्यापित करना।
- प्रार्थना सभा में ही उपस्थिति दर्ज करने का सख्त पालन।
कक्षाध्यापक - यह देखना कि सभी विद्यार्थी एप्प में सूचीबद्ध हों। नहीं होने पर प्रपत्र 09 भरें।
- प्रार्थना सभा में ही उपस्थिति दर्ज करें।
शाला दर्पण प्रभारी: - स्कूल स्तर पर पोर्टल में उपस्थिति दोबारा भरने की ज़रूरत नहीं होगी।
- पहले कालांश में ही प्रधानाध्यापक को अनुपस्थिति की जानकारी देना।
अधिकारी (संभाग, जिला, ब्लॉक, पंचायत): - अपने अधीनस्थ सभी स्कूलों में एप्प के माध्यम से उपस्थिति दर्ज होना सुनिश्चित करें।
- स्टूडेंट डेली अटेंडेस रिपोर्ट (एप/वेब) पाथ से रिपोर्ट देखें।
- निरीक्षण के दौरान एप्प के उपयोग और समय की जांच करें।
- डिजिटल उपस्थिति, क्रांतिकारी कदम?
- कागज़ी झंझट खत्म
- पारदर्शिता और जवाबदेही में बढ़ोतरी
- राज्य स्तर पर रियल-टाइम मॉनिटरिंग
- छात्रों की उपस्थिति पर नज़र रखने में सुविधा