एमपी में नायब तहसीलदार को डिमोट कर बनाया पटवारी, महकमे में हड़कंप
पिता प्रेमनारायण मोदी ने ये भी कहा कि उन्होंने भी इसका अभ्यास किया था लेकिन 3 साल के प्रयास में उन्हें खास कामयाबी नहीं मिली । वहीं दोनों बच्चों ने महज 1 साल की प्रैक्टिस में ही अपनी तीसरी आंख को अच्छी तरह से सक्रिय कर लिया है। बेटी अंशिका तो अपने टैलेंट के दम पर प्रेस्टिजियस बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज करा चुकी है तब उसने 26 सेकंड में 100 देश व उनकी राजधानी के नाम बताए थे और लंदन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड भी अंशिका का नाम दर्ज है।