रिश्वतखोरी का ये मामला रतलाम ग्रामीण तहसील कार्यालय से सामने आया है। जहां गांव रोजड़का के रहने वाले फरियादी जितेंद्र सिंह पिता कमल सिंह ने आरोपी पटवारी यशवर्धन शर्मा को नक्शा बटांकन के लिए आवेदन किया था। लेकिन, पटवारी काम करने के एवज में फरियादी से रिश्वत की डिमांड करने लगा।
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फरियादी जितेंद्र सिंह का कहना है कि, नक्शा बटांकन के लिए पटवारी यशवर्धन शर्मा ने उससे 25 हजार रुपए रिश्वत की डिमांड की थी। पैसे न होने की बात कहने पर पटवारी ने तीन किस्तों में रिश्वत देने की बात कही। इसके बाद ही काम करने का आश्वासन दिया था। जिस समय बात हुई, तब फरियादी के पास दो हजार रुपए रखे थे, जिसे पटवारी ने रिश्वत के तौर पर ले लिए।
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इसके बाद फरियादी जितेंद्र सिंह ने इसकी शिकायत लोकायुक्त पुलिस में की, जिसकी पुष्टि होने के बाद मंगलवार को लोकायुक्त टीम ने रिश्वतखोर पटवारी को 8 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथों दबोच लिया। फिलहाल, लोकायुक्त टीम पटवारी के खिलाफ भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई कर रही है।