गाजियाबाद में पनपा प्रेम संबंध बना हत्या की वजह
जांच में सामने आया है कि बिहार के बालू टीला गांव का रहने वाला गुगली भगत (35) अपनी पत्नी पूजा और चार बच्चों के साथ गाजियाबाद में रहता था। वहीं, गाजियाबाद में मजदूरी करने वाले गितेश से उसकी दोस्ती हो गई थी। इसी दौरान गितेश की नजदीकियां पूजा से बढ़ गईं।
होली पर गांव में हुआ विवाद, बना हत्या का कारण
होली पर गुगली अपनी पत्नी और बच्चों के साथ गितेश के गांव आया था। वहां करीब 10-12 दिन तक रुका। इस दौरान गुगली को अपनी पत्नी के अवैध संबंधों की भनक लग गई, जिससे दोनों के बीच विवाद और मारपीट होने लगी। घटना से सात दिन पहले पूजा अपने ढाई साल के बेटे को लेकर गाजियाबाद से गितेश के गांव आ गई। कुछ दिन बाद गुगली भी अपनी तीन बेटियों को लेकर वहां पहुंच गया।
रात 11 बजे हुआ झगड़ा, फिर हुई हत्या
घटना सात मई की रात करीब 11 बजे की है। गितेश और गुगली के बीच पूजा को लेकर झगड़ा हुआ। इसके बाद गुगली सोने चला गया। उसी रात गितेश और पूजा ने मिलकर गुगली का गला रस्सी से घोंटकर उसे मौत के घाट उतार दिया। बाद में गितेश ने अपने भांजे पंकज को बुलाकर शव को खेत में दफन कर दिया।
शव खेत में दबाया, सबूत मिटाने की कोशिश
आरोपियों ने गुगली के शव को नत्थू के खेत में 500 मीटर दूर ले जाकर फावड़े से गड्ढा खोदकर उसमें दफना दिया। अगले दिन पुलिस ने जब शव बरामद किया, तो पोस्टमार्टम रिपोर्ट में गला दबाकर हत्या की पुष्टि हुई। पूछताछ में आरोपियों ने अपना गुनाह कबूल कर लिया।
नारंगपुर से हुई गिरफ्तारी, तीसरा आरोपी फरार
पुलिस ने गितेश और पूजा को नारंगपुर के पास से गिरफ्तार कर लिया। उनकी निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त रस्सी और फावड़ा भी बरामद कर लिया गया है। दोनों को न्यायालय में पेश करने के बाद जेल भेज दिया गया है। वहीं, तीसरा आरोपी पंकज अब भी फरार है, जिसकी तलाश जारी है।
ढाई साल का बेटा भी पहुंचा जेल
गिरफ्तार की गई पूजा ने अपने ढाई साल के बेटे को भी अपने साथ जेल ले जाने की अनुमति ली, क्योंकि वह किसी और के साथ नहीं रह सकता था।
तीन बेटियों की जिम्मेदारी बनी चिंता का विषय
पूजा और गुगली की तीन नाबालिग बेटियों को लेकर प्रशासन चिंतित है। पुलिस बिहार स्थित गुगली के परिजनों से संपर्क में है। फिलहाल इन बेटियों को एक सामाजिक संस्था को सौंपे जाने की प्रक्रिया चल रही है। सीओ संभल आलोक कुमार ने बताया कि हत्या प्रेम संबंधों के चलते की गई। आरोपियों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है। उन्हें न्यायालय में पेश करने के बाद जेल भेज दिया गया है।