बाकी दूसरे जिलों में घटनाओं की संख्या तिहाई में है। शुक्रवार 25 अप्रैल को प्रदेश में सबसे ज्यादा 483 घटनाएं सतना जिले में दर्ज की गई हैं। यह स्थिति तब है जब जिले में नरवाई जलाने पर डीएम ने प्रतिबंध लगा रखा है और संबंधितों पर जुर्माने की कार्रवाई के साथ एफआइआर दर्ज करने के स्पष्ट आदेश एसडीएम को जारी किए हैं।
ऐसा है रीवा संभाग का रिपोर्ट कार्ड
रीवा संभाग में पराली जलाने की 1 अप्रैल से अबतक 4712 घटनाएं हुई हैं। जो कि सैटेलाइट मॉनिरिंग में पाई गई हैं। सतना में 2308 घटनाएं दर्ज की गई हैं। रीवा जिले में 655 घटनाएं, सीधी में 758 और सिंगरौली में 991 घटनाएं दर्ज हुई हैं। एक दिन में यानी 25 अप्रैल को सतना जिले में 483, रीवा में 160, सिंगरौली में 57 और सीधी में 45 मामले दर्ज हुए हैं।
टॉप 5 जिलों में सतना सबसे ऊपर
सबसे ज्यादा नरवाई जलाने में सतना में 483, पन्ना 367, गुना 347, शिवपुरी 343 और छतरपुर में 336 घटनाएं नरवाई जलाने की दर्ज हुई हैं। झाबुआ इकलौता जिला रहा जहां 25 अप्रेल को कोई घटना दर्ज नहीं हुई। सबसे कम घटनाओं वाले जिलों में अलीराजपुर में 1, इंदौर में 2, बड़वानी में 6, खरगोन में 7 और धार में 10 घटनाएं नरवाई जलाने की दर्ज की गई हैं।