एमपी में सरकारी बाबू ने 44000 से बढ़ाकर 4 लाख 44 हजार कर ली खुद की सैलरी..
कृषि विकास अधिकारी प्राची पटेल ने अपनी शिकायत में उप संचालक को यह भी बताया गया कि किसान राजेन्द्र सिंह से जब चालान एवं पंजीयन संबंधी दस्तावेज मांगे गए तो वह नहीं दे सके। चर्चा के दौरान उन्होंने अपशब्दों का प्रयोग भी किया, जो रिकॉर्डिंग में मौजूद है। रिकॉर्डिंग में कृषक राजेन्द्र सिंह अपनी एक गौशाला का हवाला देते हुए किसी अन्य द्वारा जमा किए गए चालान की राशि का भुगतान किसी अन्य व्यक्ति को करने की बात करते हुए स्पष्ट सुने जा रहे हैं। उप संचालक कृषि सतना मनोज कश्यप ने मामले की जांच करने के निर्देश सहायक संचालक कृषि को दिए हैं।