मधेपुरा बिहार का रहने वाला था मृतक
नहर में मिले शव की पहचान तफ्तीश के दौरान पवन कुमार निवासी मधेपुरा बिहार के तौर पर हुई थी। जांच में ये भी पता चला कि पवन डीएलएड की परीक्षा देने के लिए आया था। पुलिस ने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि घटना वाले दिन के सीसीटीवी फुटेज खंगालने पर दो लोग पवन को ऑटो में बैठाकर ले जाते नजर आए थे। ऑटो की पहचान की गई और जब ऑटो चालक से पूछताछ हुई तो अहम सुराग मिला और मोबाइल लोकेशन के आधार पर राजीव सिंह के और वीरेन्द्र सिंह दोनों ही निवाही मधेपुरा बिहार के बारे में पता चला। इसके बाद सतना पुलिस ने राजीव सिंह के घर पर दबिश दी तो वो नहीं मिला लेकिन वीरेन्द्र पुलिस के हत्थे चढ़ गया। जिसे पकड़कर सतना लाया गया।सोनम रघुवंशी ने राजा को मारने का सिग्नल दिया और जैसे ही खून देखा तो…
ट्यूशन टीचर से हुआ प्यार..
आरोपी वीरेन्द्र ने पूछताछ में पुलिस को बताया कि राजीव सिंह और पवन पड़ोसी हैं। पवन कुमार घर पर आकर राजीव के बच्चों को ट्यूशन पढ़ाता था। ट्यूशन पढ़ाते पढ़ाते राजीव सिंह की पत्नी और पवन में अफेयर हो गया। इसके बाद करीब डेढ़ साल पहले राजीव की पत्नी और पवन घर से भाग गए और बेंगलोर में जाकर शादी कर ली। करीब एक महीने पहले पवन और राजीव की पत्नी लौटकर मधेपुरा रहने के लिए आ गए। जिसके बाद राजीव ने पवन को मारने की प्लानिंग की और जब पवन डीएलएड की परीक्षा देने आया तो यहीं पर उसकी हत्या की और वापस मेधपुरा बिहार भाग गए थे।