थाना प्रभारी टीनू सोगरवाल ने बताया कि एक पखवाड़े पहले कुछ लोग गांव में एक कछुए को लेकर घूम रहे थे। इस दौरान बड़ौली का पुरा निवासी लोहड़ेलाल पुत्र मीठया लाल बैरवा उनके संपर्क में आया। आरोपियों ने उससे आठ पैरों वाले कछुए के बारे में बताया। कहा कि बाजार में इसकी कीमत करीब सत्तर लाख रुपए है। यह सात लाख रुपए में मिल जाएगा। चार लाख का इंतजाम तो हो गया है। तीन लाख रुपए की जरूरत है।
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बहकावे में आकर दिए रुपए
इस बहकावे में आकर लोहड़े ने तीन लाख रुपए का इंतजाम कर लिया। इस पर आरोपी उसे बाइक पर बैठाकर गंगापुरसिटी ले आए। जहां एक कार में बैठे लोगों के हाथ में आठ पैर वाला कछुआ दिखा दिया। इतना ही नहीं, पीड़ित को विश्वास दिलाने के लिए आरोपियों ने दूसरी कार से एक फर्जी चिकित्सक को भी बुला लिया। उसने उसे स्वस्थ तथा आठ पैरों वाला बताया।
इस झांसे में आकर पीड़ित अपने पुत्र के साथ कार में बैठ गया। आरोपी उसे पिपलाई की तरफ ले गए, जहां रास्ते में दोनों को मारपीट कर मोबाइल छीनकर भगा दिया। इसके बाद पीड़ित ने मामला दर्ज कराया। पुलिस ने इस ऑपरेशन को कछुआ नाम दिया।
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यह हैं आरोपी
आरोपियों में संजय पुत्र चंदालाल मोग्या बागरिया, प्यारसिंह पुत्र चंदालाल तथा कजोड़ पुत्र हनुमान मोग्या निवासी खेड़ला थाना मण्डावरी, दौसा हैं। तीनों को बापर्दा न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उनको पीसी रिमाड पर सौंपा गया है।
इनका कहना है
यह ठगी का अनोखा मामला आया है। आरोपियों की पहचान करना मुश्किल हो गया था। सीसीटीवी के आधार पर तीन लोगों को पकड़ा है।
-टीनू सोगरवाल, थाना प्रभारी, वजीरपुर
यह अजीब प्रकरण है। पुलिस ने काफी मेहनत कर आरोपी पकड़े हैं। पूरी गैंग का खुलासा करने का प्रयास किया जा रहा है।
-ममता गुप्ता, पुलिस अधीक्षक, सवाईमाधोपुर