वन अधिकारियों ने बताया कि बार-बार दुर्ग में बाघों का मूवमेंट होने के कारण मॉनिटरिंग और ट्रेकिंग के लिए दुर्ग और उसके आसपास के क्षेत्रों में फोटो ट्रैप कैमरे लगाए हैं। विभाग की ओर से इनकी नियमित जांच की जा रही है।
बुधवार सुबह फोटो ट्रैप कैमरे की जांच के दौरान मंगलवार रात को दुर्ग पर बाघ टी-120 यानि गणेश का मूवमेंट नजर आया था। इसके बाद विभाग ने सुरक्षा की दृष्टि से बुधवार सुबह श्रद्धालुओं को रोक दिया।
हजारों श्रद्धालु हुए दर्शनों से वंचित
त्रिनेत्र के दर पर बुधवार को दर्शनों के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे, लेकिन सुबह वन विभाग की ओर से दुर्ग पर बाघ का हवाला देकर रणथम्भौर दुर्ग और त्रिनेत्र गणेश मंदिर मार्ग को श्रद्धालुओं के लिए बंद कर दिया। ऐसे में हजारों श्रद्धालु गणेश धाम से निराश होकर लौट आए। कई श्रद्धालुओं ने गणेश धाम के बाहर ही पूजा अर्चना की।