सवाईमाधोपुर। रणथम्भौर दुर्ग और त्रिनेत्र गणेश मंदिर को एक बार फिर से श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया गया है। गौरतलब है दो दिन से दुर्ग पर बाघ का मूवमेंट होने के कारण त्रिनेत्र गणेश मंदिर और रणथम्भौर दुर्ग को श्रद्धालुओं के लिए वन विभाग की ओर से बंद किया हुआ था।
वन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार शुक्रवार सुबह करीब नौ बजे ही मंदिर और मार्ग को श्रद्धालुओं के लिए खोलने के आदेश जारी कर दिए गए थे, लेकिन बारिश के कारण आडा बालाजी के पास पानी की आवक अधिक होने के कारण एहतियात के तौर पर वन विभाग की ओर से सुबह करीब ग्यारह बजे से श्रद्धालुओं को प्रवेश दिया गया।
पहले भी कई बार बंद किए जा चुके गेट
बता दें कि सुरक्षा कारणों के चलते त्रिनेत्र गणेश मंदिर और रणथंभौर दुर्ग के गेट समय-समय पर बंद होते रहे हैं। यहां अक्सर बाघ का मूवमेंट होने से गेट बंद किए जाते है। इससे पहले जून महीने के अंतिम सप्ताह में बाघ का मूवमेंट दुर्ग के पास होने से दुर्ग-त्रिनेत्र गणेश मंदिर में श्रद्धालुओं का प्रवेश बंद किया गया था। इससे पहले 16 अप्रैल को वन विभाग ने त्रिनेत्र गणेश मंदिर की ओर जाने वाले मार्ग को 24 अप्रैल तक बंद कर दिया था, क्योंकि एक 7 वर्षीय बच्चे पर बाघिन के शावक ने हमला किया था।
दीवार की नहीं हो रही मरम्मत
वन विभाग की ओर से जब भी त्रिनेत्र गणेश मंदिर मार्ग या रणथम्भौर दुर्ग के आस-पास बाघ-बाघिन का विचरण होता है तो दुर्ग और मंदिर को श्रद्धालुओं के लिए बंद कर दिया जाता है, लेकिन स्थायी समाधान नहीं है। दुर्ग की सुरक्षा दीवार कई जगहों से क्षतिग्रस्त हो रही है, लेकिन इसकी मरम्मत नहीं हो पा रही है। पिछले दिनों पुरातत्व विभाग की ओर से कुछ इलाकों में तार फैंसिंग कराई गई थी, लेकिन वह भी महज खानापूर्ति ही साबित हो रही है।
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