जानकारी के अनुसार सोमवार को करीब 3 बजे जसवंत नागर एवं हेमराज नागर पिता भैरव सिंह नागर एवं उनकी 80 वर्षीया मां तहसीलदार कार्यालय बुदनी पहुंचे, उन्होंने यहां पर ट्राइडेंट कंपनी की बाउंड्रीवॉल के समीप स्थित खेत पर आने-जाने के लिए रास्ता मांगने की गुहार लगाई। पीड़ित मां, बेटों को तहसीलदार सौरभ वर्मा ने मामले की सुनवाई करते हुए उन्हें समझाया कि तुहारा मामला सिविल न्यायालय में चल रहा है, अभी हम इसमें कोई हस्तक्षेप नहीं कर सकता हैं, लेकिन हम तुहारी फसल निकलवाने की जवाबदारी लेते हैं। तहसीलदार की बात पर जसवंत सिंह उर्फ गब्बू पटेल एवं उसका छोटा भाई हेमराज भड़क गए, गाली-गलौज करने लगे, जिसे लेकर तहसीलदार को पुलिस बुलानी पड़ी।
पुलिस ने उन्हें समझाया, लेकिन हेमराज पुलिस के सिपाही के साथ ही गाली-गलौज एवं झूमाझटकी करने लगा, जिसे लेकर पुलिस ने उसे थाने ले जाने के लिए 100 डायल वाहन में बिठा लिया। पुलिस जैसे ही हेमराज को थाने ले जाने लगी, बड़ा भाई जसवंत एवं मां डायल 100 वाहन के सामने लेट गए। किसी तरह से पुलिस ने हेमराज को थाने ले गई। पीड़ित किसान का कहना है कि उनके द्वारा जिस व्यक्ति को जमीन बेची गई थी, उसमें अपनी शेष भूमि तक आने-जाने का रास्ता छोड़कर डील की थी, लेकिन ट्राइडेंट कंपनी ने जब भूमि खरीदकर बाउंड्रीवॉल कराई तो उसका रास्ता बंद हो गया, प्रकरण बुदनी न्यायालय में विचाराधीन है, लेकिन अभी किसान परेशान हो रहा है।