गुजरात से आई महिला की मौत
जानकारी के मुताबिक महिला का नाम मंजू (55) है। वह कुबेरेश्वर धाम में चल रहे रुद्राक्ष महोत्सव में कथा सुनने गुजरात से यहां आई थी। कोतवाली थाना पुलिस को मामले की सूचना दी गई। फिलहाल ये सामने नहीं आ सका है कि यहां मंजू के साथ कौन था और वह गुजरात में कहां की रहने वाली है।जबलपुर से आए श्रद्धालु की मौत
इससे पहले कुबेरेश्वर धाम में रविवार को गोलू कोष्टा (25) की मौत हुई थी। वह जबलपुर का रहने वाला था। गोलू के रिश्तेदार राहुल कोष्टा के मुताबिक वह अपने चार साथियों के साथ कथा सुनने पहुंचा था।तेज गर्मी ने ली जान
बताया जा रहा है कि तेज गर्मी के कारण उसे चक्कर आ गया और वह नीचे गिर पड़ा। उसे जिला अस्पताल ले जाया गया, यहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया।कानपुर से आया था श्रद्धालु, कुबेरेश्वर धाम में मौत
इसके अलावा शनिवार को भी कुबेरेश्वर धाम में कानपुर से आए विजेंद्र ने भी दम तोड़ दिया था।हर दिन 50 क्विंटल रोटियां, 40 क्विंटल खिचड़ी, 10 क्विंटल मीठी बूंदी बन रही
रुद्राक्ष महोत्सव के दौरान कुबेरेश्वर धाम में कथा स्थल पर हर दिन 50 क्विंटल से ज्यादा रोटियां बनाई गईं, 20 क्विंटल नमकीन और 40 क्विंटल से ज्यादा खिचड़ी बनी, वहीं 20 क्विंटल चावल के अलावा यहां कथा के दौरान 10 क्विंटल मीठी बूंदी, दही की ठंडाई और नींबू पानी भी बांटा जा रहा है।
शिव पुराण कथा सुनने पहुंचे मुख्यमंत्री
बता दें कि कुबेरेश्वर धाम में सात दिवसीय रुद्राक्ष महोत्सव की शुरुआत 25 फरवरी को हुई थी। आज इस रूद्राक्ष महोत्सव का समापन होना है। इसमें शामिल होने के लिए सीएम डॉ. मोहन यादव (CM Mohan Yadav) भी करीब साढ़े 10 बजे यहां पहुंचे।हर दिन एक कन्या का मुफ्त विवाह कराएंगे
कुबेरेश्वर धाम (Kubereshwar Dham) की विठलेश सेवा समिति के मुताबिक, धाम में रोजाना करीब 10 लाख लोग कथा सुनने आ रहे हैं। समिति ने शनिवार को घोषणा की है कि यहां हर दिन एक कन्या का निशुल्क विवाह कराया जाएगा। पं. प्रदीप मिश्रा ने कहा कि विठलेश सेवा समिति की ओर से धाम पर प्रतिदिन एक कन्या का विवाह कराया जाएगा। इस तरह समिति साल भर में 365 लड़कियों की शादी कराएगी।पंडित मिश्रा की कथा सुनने अमेरिका से पहुंचा परिवार
पंडित प्रदीप मिश्रा (Pandit Pradeep Mishra) की शिवपुराण कथा सुनने के लिए अमेरिका से भी एक परिवार कुबेरेश्वर धाम पहुंचा है। परिवार के सदस्यों का कहना है कि पंडित प्रदीप मिश्रा जहां जाते हैं, वे उनकी कथा सुनने वहीं पहुंच जाते हैं। यहां कथा समाप्त होने तक वे धाम के पास ही स्थित एक होटल में कमरा लेकर रह रहे हैं।