ग्रामीणों ने बताया कि शांतिपूर्ण तरीके से कई वर्षों से सडक़ की मांग की जा रही है, लेकिन आज तक कोई सुनवाई नहीं हुई। इस संबंध में कई बार आवेदन भी दिया गया। गांव में पहुंच मार्ग न होने की वजह से एंबुलेंस भी नहीं आ पाती है। बारिश के समय में समस्या काफी बढ़ जाती है। स्वास्थ्य सुविधा एवं बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। शादी के रिश्ते में भी इसका प्रभाव पड़ रहा है।
वन विभाग एवं पुलिस विभाग के अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर निराकरण का प्रयास किया। इसके बावजूद भी ग्रामीण अपनी मांग पर डटे रहे। वहीं वन अधिकारियों का कहना है कि सडक़ के संबंध में विभाग ने अपनी प्रक्रिया पूरी कर दी है। आगे की प्रक्रिया शासन स्तर से होनी है।