पुरी से मंगाए गए भगवान जगन्नाथ के मुकुट और वस्त्र, दिन में तीन बार दे रहे औषधियों का काढ़ा
15 दिन अस्वस्थ रहने के बाद 27 जून को नगर भ्रमण पर निकलेंगे भगवान


शहडोल. भगवान जगन्नाथ जेष्ठ पूर्णिमा से अस्वस्थ हैं, प्रतिदिन नियमानुसार पूजा, पाठ आरती व की जा रही है, लेकिन पट बंद हैं। पूरे विधान के साथ उनके बेहतर स्वास्थ्य के लिए देखभाल की जा रही है। दिन में चार बार भोग लग रहे हैं और तीन बार सर्वऔषधि का काढ़ा दिया जा रहा है। अब 15 दिन बाद भगवान स्वस्थ होंगे और नगर भ्रमण के लिए निकलेंगे। इसे लेकर मोहनराम मंदिर प्रबंधन व आयोजन समिति ने तैयारियां शुरु कर दी है। भगवान जगन्नाथ का रथ तैयार हो गया है। रंग रोगन के साथ ही रथ को पूर्ण रूप से व्यवस्थित कर लिया गया है। भगवान के श्रंृगार की सामग्री के साथ ही मुकुट पूरी से मंगाए गए हैं। आयोजन समिति ने बैठक कर रथयात्रा को लेकर आवश्यक कार्य योजना बना ली है। आगामी 27 जून को भगवान जगन्नाथ को विधि विधान से स्नान कराया जाएगा। इसके बाद विधिवत श्रंृगार कर दोपहर 2 बजे में रथ में सवार किया जाएगा।
सुबह 6 बजे से शुरु हो जाती है सेवा
पं लवकुश शास्त्री ने बताया कि भगवान जगन्नाथ की सेवा सुबह 6 बजे से प्रारंभ हो जाती है। इस दौरान विधि विधान से पूजा अर्चना की जाती है व 8 बजे भगवान को बालभोग लगता है, फिर 12 बजे राजभोग, 4 बजे पूजन व भाग के बाद सायं 8 बजे पूजा अर्चना व आरती के साथ भोग लगाया जाता है। इसके अलावा दिन में तीन बार बेहतर स्वास्थ्य के लिए सर्वऔषधि का काढ़ा दिया जा रहा है। भगवान 27 जून को रथ पर सवार होकर नगर भ्रमण के लिए निकलेंगे। इसे लेकर सभी तैयारियां शुरु कर दी गई हैं।
दो दिन पंचायती मंदिर में करेेंगे विश्राम
भगवान जगन्नाथ रथयात्रा नगर के विभिन्न मार्गों से निकाली जाएगी। इसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल होंगे। दोपहर 2 बजे भगवान मोहनराम मंदिर से रथ पर सवार होकर निकलेंगे। यह रथ यात्रा गणेश मंदिर बुढार चौक से वापस गुरु नानक चौक, घरौला मोहल्ला, कमिश्नर बंगला, नर्मदा गैस एजेंसी, जय स्तंभ से वापस मुख्य मार्ग चौपाटी, गंज रोड, सब्जी मंडी होते हुए न्यू गांधी चौक, पुराना गांधी चौक, शिवम होटल से जामा मस्जिद होते हुए पुराना गांधी चौक से पंचायती मंदिर पहुंचेगी। भगवान पंचायती मंदिर में दो दिन विश्राम करेंगे व 29 जून को शाम 5 बजे भगवान जगन्नाथ मोहन राम मंदिर के लिए प्रस्थान करेंगे।
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