इधर, प्रशासन ने जनसुनवाई में प्रभावित लोगों को बुलाया था। इस योजना के अंतर्गत कुल 120 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण किया जाएगा। जिसमें 24.84 हेक्टेयर निजी , 57.54 हेक्टेयर राजस्व और नजूल की जमीन, 38 हेक्टेयर वन भूमि और 33 हेक्टेयर नेशनल पार्क की जमीन शामिल है।
डिप्टी कलेक्टर ने जानकारी देते हुए बताया कि निजी जमीन मालिकों को कलेक्टर रेट से दोगुना मुआवजा दिया जाएगा। 125 बीघा के लगभग जमीन प्राइवेट है यानी रहवासी इलाके की है। जिसमें 350 लोगों के करीब मकान, प्लॉट आ रहे हैं। वहीं, अतिक्रमण की जमीन पर बने मकानों पर कब्जा करने वालों को मुआवजा नहीं दिया जाएगा।
सूत्रों के मुताबिक, एयरपोर्ट का निर्माण कार्य शुरु होने के बाद दो साल के अंदर एयरपोर्ट बनकर तैयार हो जाएगा। जिससे पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा। माधव नेशनल पार्क को टाइगर रिजर्व का दर्जा मिलने के बाद से माना जा रहा है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया शिवपुरी को नए आयाम पर पहुंचाने की कोशिश में हैं।