जैसे ही हादसे की सूचना पंचायत समिति और ग्रामीण क्षेत्रों में पहुंची, शोक की लहर दौड़ गई। बुधवार सुबह पंचायत समिति कार्यालय में दिनभर सन्नाटा पसरा रहा। सहकर्मियों की आंखें नम थीं और हर चेहरा गम में डूबा नजर आया। मृतक एबीडीओ और चालक का अंतिम संस्कार बुधवार को उनके पैतृक गांवों में गमगीन माहौल में किया गया। उपखंड अधिकारी राजवीर यादव, वरिष्ठ नेता राजेन्द्र यादव समेत कई प्रशासनिक अधिकारी और जनप्रतिनिधि मृतकों के घर पहुंचे और परिजनों को सांत्वना दिया।
ऐसे हुआ हादसा
जानकारी के अनुसार बीडीओ मानसिंह पूनिया मंगलवार को जिला परिषद की बैठक में भाग लेने स्टाफ के साथ सीकर गए थे। शाम को लौटते समय पिपराली के पास उनकी जीप की सामने से आ रही कार से जोरदार भिड़ंत हो गई। टक्कर इतनी भीषण थी कि दोनों वाहन बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए। हादसे में कार चालक पंकज सहित एबीडीओ प्रेम कुमार वर्मा और चालक बलदेव सैनी की मौत हो गई। गाड़ी में सवार बीडीओ पूनिया, अशोक कुमार, नरेश कुमार और धर्मपाल घायल हो गए। पुलिस ने सभी को राहगीरों की मदद से सीकर के एसके अस्पताल पहुंचाया गया, जहां से एबीडीओ और चालक को गंभीर अवस्था में जयपुर रेफर किया गया, लेकिन रास्ते में ही दोनों ने दम तोड़ दिया। कंपनी व प्रशासन ने की सहायता की घोषणा
दुर्घटना में जान गंवाने वाले चालक बलदेव सैनी संविदा पर राजस्थान पूर्व सैनिक निगम के माध्यम से नियुक्त थे। हादसे के बाद रेस्को कंपनी के अधिकारी महेन्द्र सिंह को मौके पर बुलाया गया। उपखंड अधिकारी व जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति में हुई वार्ता में कंपनी की ओर से एक लाख रुपए की तत्काल राहत राशि, 80 प्रतिशत सैलरी और 10 लाख रुपए बीमा राशि देने का आश्वासन दिया गया। जिला परिषद सीकर के सीईओ ने आश्रित को संविदा नौकरी देने की भी घोषणा की है।
चला गांव में नहीं जले चूल्हे, गांव शोक में डूबा
चला कस्बे की कुमावत कॉलोनी निवासी एवं पंचायत समिति नीमकाथाना में कार्यरत अतिरिक्त विकास अधिकारी प्रेम कुमार वर्मा की सड़क हादसे में मौत की खबर जैसे ही ग्रामीणों को मिली, पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ गई। घटना की सूचना आग की तरह फैल गई और गांव में गमगीन माहौल छा गया। जब मृतक का शव गांव पहुंचा तो परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया। हर आंख नम थी और हर चेहरा गमगीन। गांव में ऐसा सन्नाटा पसरा कि अधिकांश घरों में चूल्हे तक नहीं जले। पूरा चला गांव इस दुखद घटना से स्तब्ध है और हर कोई इस अपूरणीय क्षति से व्यथित नजर आया।