पुजारी परिवार ने की संत-महंतों के साथ बैठक- वीडियो के सामने आने के बाद मामले ने और तूल पकड़ लिया है। उधर जीणमाता पुजारी ने मुख्य मंदिर में बैठक कर घटना के आक्रोश जताया है। इस मीटिंग में बुद्धगिरी मढ़ी के दिनेशगिरी महाराज, पालवास गोशाला के चंद्रमादास महाराज समेत अन्य संत भी शामिल थे। पुजारियों ने एक कमेटी भी बनाई है, जिसमें प्रकाश पाराशर, महेन्द्र, कमल, नन्दकिशोर, राजेश, भवानी शंकर, अंकुश, धीसालाल समेत दस लोग शामिल हैं। ये कमेटी इस मामले में तहसीलदार, थानाधिकारी, गिरदावर, पटवारी व पुलिसकर्मियों के खिलाफ करवाई सहित बत्तीसी संघ पर कार्रवाई के लिए से योजनाबद्ध ढंग से कार्य करेगी। वहीं बत्तीसी संघ के एक भक्त ने वीडियो पर सवाल उठाते हुए कहा कि जांच में सब साफ हो जाएगा। इस मामले में शिवांश शर्मा सालासर की अगुवाई में भी प्रशासनिक अधिकारियों को दर्द बताया गया। मामले में पत्रिका संवाददाता ने मंदिर ट्रस्ट से जुड़े प्रकाश पाराशर से बातचीत की। उन्होंने बताया कि सोशल मीडिया पर जीणमाता मामले के लगातार वीडियो वायरल हो रहे है। पुलिस व प्रशासन को इन पर संज्ञान लेकर जांच करनी चाहिए। इस मामले में कमल पाराशर, राधेश्याम पाराशर व सुनील पाराशर आदि ने आक्रोश जताया है।
शिकायत आएगी तो जांच करवाएंगे- ऐसा कोई वीडियो या शिकायत हमारे संज्ञान में नहीं आई है। अभी तक कोई एफआइआर या शिकायत भी हमें नहीं मिली है। यदि कोई ऐसा वीडियो या शिकायत आएगी तो पुलिस जांच करेगी।
दलीप सिंह, थानाधिकारी, जीणमाता