आरोपी महिला को फोन लगाता था और उसके साथ अश्लील बातचीत कर परेशान करता था। विरोध करने पर आरक्षक द्वारा उसको धमकियां दी जा रही थी। काफी समय से आरक्षक उसको परेशान कर रहा था जिससे तंग आकर पीड़िता ने आईजी कार्यालय में पहुंचकर आरक्षक के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई।
शिकायत सही निकली
आईजी ने तत्काल पूरे मामले की प्रारंभिक जांच कराई तो शिकायत सही निकली। आरक्षक पीड़िता को लंबे समय से परेशान कर रहा था। आईजी ने आरक्षक को तत्काल निलंबित कर दिया और उसको सिंगरौली पुलिस लाइन में अटैच किया गया है जहां वह तीनों टाइम की गणना में उपस्थित रहेगा। सीधी एसपी को तत्काल आरक्षक रवानगी देने के निर्देश दिये गये है। पीड़िताका शिकायती पत्र सीधी एसपी को भेजा गया है जिसके आधार पर आरक्षक के खिलाफ अब विभागीय जांच होगी। जांच में आरोप प्रमाणित होने पर उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा सकती है।
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कर्मचारी खाकी को शर्मसार कर रहे हैं। थाने में पदस्थ प्रधान आरक्षक फोन पर अश्लील बातचीत करने लगा था जिसकी ऑडियो रिकार्डिंग लेकर पीड़िता एसपी कार्यालय पहुंच गई और प्रधान आरक्षक को निलंबित कर दिया गया।
आरक्षक के खिलाफ रीवा की एक महिला ने शिकायत की थी जो गंभीर थी। आरक्षक को तत्काल सस्पेंड कर उसको सिंगरौली पुलिस लाइन में अटैच किया गया है। जांच के लिए शिकायती पत्र सीधी एसपी कार्यालय भेजा गया है। जांच के बाद आगे कार्रवाई की जायेगी।- गौरव राजपूत, आईजी रीवा