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चिंता: मौसम बदलाव से अस्पतालों में बढ़े मरीज

होली के बाद से मौसम में आए बदलाव ने लोगों की सेहत पर हमला कर दिया है। अस्पतालों के इनडोर और आउटडोर में मरीजों की संख्या बढ़ गई है। अस्पतालों में मेडिसिन ओपीडी में सामान्य दिनों की तुलना में मरीजों की संख्या 30 से 40 प्रतिशत तक बढ़ गई है। अकेले कल्याण अस्पताल का आउटडोर […]

सीकरMar 20, 2025 / 11:31 am

Puran

होली के बाद से मौसम में आए बदलाव ने लोगों की सेहत पर हमला कर दिया है। अस्पतालों के इनडोर और आउटडोर में मरीजों की संख्या बढ़ गई है। अस्पतालों में मेडिसिन ओपीडी में सामान्य दिनों की तुलना में मरीजों की संख्या 30 से 40 प्रतिशत तक बढ़ गई है। अकेले कल्याण अस्पताल का आउटडोर औसतन डेढ हजार मरीजों तक पहुंच गया है। निजी अस्पतालों का आंकड़ा जोडें तो बीमारों की संख्या करीब दो गुना तक पहुंच गई है। चिकित्सकों के अनुसार अस्पताल में इन दिनों चर्म रोग, आंखों में एलर्जी, डिहाइड्रेशन, सर्दी-जुकाम और डायरिया के मरीजों की संख्या बढ़ी है। यही कारण है कि अस्पताल के दवा वितरण काउंटर और सैंट्रल लैब में भी मरीजों की लंबी कतारें देखी जा रही हैं।चिकित्सकों के अनुसार बदलते मौसम में साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखना चाहिए। बाहर का खाने से बचें, शरीर को हाइड्रेटेड रखें। एलर्जी और चर्म रोग से बचाव के लिए हल्के और सूती कपड़े पहनें। जुकाम और बुखार होने पर लापरवाही न करें और फौरन चिकित्सक की सलाह लें। सही खान-पान और स्वच्छता अपनाकर इन बीमारियों से बचा जा सकता है।
यह है कारण

चिकित्सकों के अनुसार और दिन और रात के तापमान करीब तीन गुना से ज्यादा अंतर होने के कारण लोग डिहाइड्रेशन और गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल समस्याओं की चपेट में आ रहे हैं। वहीं, गर्मी और पसीने की वजह से चर्म रोग और एलर्जी की शिकायतें बढ़ गई हैं। रात के तापमान में गिरावट होने और ठंडी हवाएं चलने से लोगों को जुकाम, बुखार की समस्या बनी हुई है। इस मौसम में बच्चे भी बीमारियों की चपेट में अधिक आ रहे हैं। रात के समय सर्दी की वजह से बच्चे खांसी, बुखार, कफ जमाव, दस्त आदि की चपेट में आ रहे हैं। शिशु रोग विशेषज्ञों के अनुसार बच्चों के लिए सर्दी से ज्यादा नुकसान सर्द हवाएं होती है। ऐसे में बच्चों को इस मौसमी बदलाव से बचाए रखने के लिए पूरी सावधानी रखने की जरूरत होती है।
ध्यान रखना जरूरी…

इन दिनों मौसम में आए बदलाव के कारण लोग ठंडे पदार्थों का सेवन शुरू कर देते हैं। ऐसे में गले और खांसी के मरीजों की संख्या बढ़ रही है। फिलहाल बच्चों को सुबह-शाम गर्म कपड़े ही पहनाने चाहिए। मौसम में बदलाव के साथ ही खांसी, जुकाम और बुखार के मरीज बढ़ रहे हैं। बच्चों और बुजुर्गों को ऐसे मौसम में विशेष रूप से ध्यान रखने की जरूरत है।
डॉ. विवेक अठवानी,शिशु रोग विशेषज्ञ, जनाना अस्पताल

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