यह है कारण चिकित्सकों के अनुसार और दिन और रात के तापमान करीब तीन गुना से ज्यादा अंतर होने के कारण लोग डिहाइड्रेशन और गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल समस्याओं की चपेट में आ रहे हैं। वहीं, गर्मी और पसीने की वजह से चर्म रोग और एलर्जी की शिकायतें बढ़ गई हैं। रात के तापमान में गिरावट होने और ठंडी हवाएं चलने से लोगों को जुकाम, बुखार की समस्या बनी हुई है। इस मौसम में बच्चे भी बीमारियों की चपेट में अधिक आ रहे हैं। रात के समय सर्दी की वजह से बच्चे खांसी, बुखार, कफ जमाव, दस्त आदि की चपेट में आ रहे हैं। शिशु रोग विशेषज्ञों के अनुसार बच्चों के लिए सर्दी से ज्यादा नुकसान सर्द हवाएं होती है। ऐसे में बच्चों को इस मौसमी बदलाव से बचाए रखने के लिए पूरी सावधानी रखने की जरूरत होती है।
ध्यान रखना जरूरी… इन दिनों मौसम में आए बदलाव के कारण लोग ठंडे पदार्थों का सेवन शुरू कर देते हैं। ऐसे में गले और खांसी के मरीजों की संख्या बढ़ रही है। फिलहाल बच्चों को सुबह-शाम गर्म कपड़े ही पहनाने चाहिए। मौसम में बदलाव के साथ ही खांसी, जुकाम और बुखार के मरीज बढ़ रहे हैं। बच्चों और बुजुर्गों को ऐसे मौसम में विशेष रूप से ध्यान रखने की जरूरत है।
डॉ. विवेक अठवानी,शिशु रोग विशेषज्ञ, जनाना अस्पताल © 2025 All Rights Reserved. Powered by
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