मां की गोद छोड़ अकेले पाकिस्तान लौटेगी डेढ़ साल की आदर्शिनी, पढ़ें यह भावनात्मक स्टोरी
Pahalgam Terrorist Attack impact : पहलगाम आतंकी हमले का राजस्थान पर जबरदस्त प्रभाव पड़ रहा है। अब रोती सिसकती मां की गोद छोड़ अकेले पाकिस्तान लौटेगी डेढ़ साल की आदर्शिनी। पढ़ें भावनात्मक स्टोरी।
रवि कुमार शर्मा Pahalgam Terrorist Attack impact : भारत-पाकिस्तान के बीच कड़वाहट अब सरहदों से टकराकर रिश्तों की कोमल डोर तक पहुंच गई है। जैतसर के निकटवर्ती चक तीन एलसी ए की भोर रश्मि अपनी डेढ़ वर्षीय बेटी आदर्शिनी कुमारी के साथ मायके भारत आई थीं। लेकिन पहलगाम हमले और उसके बाद लगे वीजा प्रतिबंधों से हालात ऐसे बन चुके हैं कि बेटी को मां की गोद छोड़कर अपने वतन पाकिस्तान लौटना होगा, और वो भी अकेले। वीजा अवधि की समय सीमा रविवार को खत्म होने तक परिजन उसकी वीजा अवधि बढ़ाने के लिए प्रयासरत हैं। बच्ची को लेकर नाना ललित सिंह देर रात अटारी बॉर्डर वीजा अवधि बढ़ाने को जमे हैं।
थानाधिकारी इमरान खान ने पुष्टि की कि बच्ची के नाना एवं उनके परिजनों को आवश्यक दस्तावेजों के साथ अटारी बॉर्डर पर पहुंचने के लिए कहा गया था। वीजा एक्सटेंड करने को लेकर पुलिस के पास कोई जानकारी नहीं है।
मां भारतीय तो बेटी पाक नागरिक
दरअसल, भोर रश्मि का विवाह तीन वर्ष पूर्व पाकिस्तान के अमरकोट निवासी डॉ. धनपत सिंह सोढ़ा से हुआ था। उनकी बेटी आदर्शिनी का जन्म वहीं हुआ। दोनों 3 अप्रेल को भारत आईं थीं। इनकी वीजा अवधि 27 अप्रेल को समाप्त हो गई।
वीजा अवधि समाप्त, अटारी सीमा से 537 पाक गए, 850 भारत लौटे
अमृतसर.अल्पकालिक वीजा धारकों के लिए रविवार को समय सीमा समाप्त होने तक पिछले चार दिनों में कुल 537 पाक नागरिक अटारी सीमा से पाकिस्तान गए जबकि 14 राजनयिकों सहित 850 भारतीय स्वदेश लौट आए। अटारी सीमा पर एक प्रोटोकॉल अधिकारी अरुण पाल ने कहा कि रविवार को 237 लोग पाकिस्तान गए और नागरिक अपने देश लौट आए, जबकि 116 भारतीय नागरिक वापस लौटे। पहलगाम आतंकी हमले के बाद केंद्र सरकार ने दीर्घकालिक, राजनयिक और आधिकारिक वीजा को छोड़कर पाकिस्तानी नागरिकों को जारी किए गए सभी श्रेणियों के वीजा रद्द कर दिए थे और उन्हें 27 अप्रैल तक देश छोड़ने को कहा था। जवाब में पाकिस्तान ने भी ऐसा ही कदम उठाया था।