आखिर…कब होगी जोहड़ की सफाई ?
पहले से तय एजेंडे पारित होने पर पार्षद विकास तनेजा ने कस्बे में बरसाती पानी से होने वाली परेशानी का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि जोहड़ की सफाई नहीं होने से बरसाती सीजन में आधे कस्बे को इस समस्या का सामना करना पड़ा। उन्होंने पूछा कि जोहड़ की सफाई कब होगी। इस पर इओ ने जवाब दिया कि जोहड़ की सफाई का टेंडर हुआ था लेकिन तय समय अवधि में इस पर निर्णय नहीं होने से यह टेंडर निरस्त किया जा चुका है। उन्होंने पूर्व में स्वीकृत आठ अन्य कार्यों के निरस्त होने की भी जानकारी दी। इस दौरान पार्षद शुभम मूंदड़ा गौरव पथ के क्षतिग्रस्त होने संबंधी मुद्दा उठाया जिसे एजेंडे में शामिल नहीं होने का कहकर चर्चा नहीं की गई। वहीं, पार्षद सुनील कंबोज ने पालतू पशुओं के संबंध में पशुपालकों से बैठक व कार्रवाई का निर्णय करने पर इओ का आभार जताया।
हरिजन बस्ती नहीं…अंबेडकर बस्ती रखें नाम
बैठक के समापन अवसर पर वार्ड चार के पार्षद विनोद रेगर ने हरिजन बस्ती का नाम बदलकर बाबा साहेब अंबेडकर बस्ती रखने का प्रस्ताव रखा। इओ को पत्र सौंपने के साथ उन्होंने कहा कि इस संबंध में वर्ष 1982 में केंद्र सरकार व वर्ष 2010 में सामाजिक न्याय आधिकारिता विभाग ने भी हरिजन शब्द पर रोक लगाई। सदन की स्वीकृति से इओ ने यह मुद्दा एजेंडे में शामिल करते हुए सदन में प्रस्ताव रखा। सर्वसम्मति से पारित होने पर स्वीकृति के लिए इसे डीएलबी व संभागीय आयुक्त को भिजवाने का निर्णय किया गया।
अनाधिकृत लोगों का प्रवेश चर्चा का विषय
बैठक में पालिकाध्यक्ष, पालिका उपाध्यक्ष, पार्षदों, मीडियाकर्मियों, इओ के साथ पालिका कार्मिक मुकेश कुमार व रामस्वरूप मेघवाल के अलावा करीब दर्जनभर लोग बाहर के भी दिखाई दिए। यही नहीं, उनमें से एक-दो ने तो समस्याएं उठाने का प्रयास भी किया लेकिन किसी भी जनप्रतिनिधि या अधिकारी ने उनकी उपस्थिति पर आपत्ति नहीं जताई। बताया गया कि बैठक में कुल 24 में से 21 पार्षद शामिल हुए। पार्षद भीमसेन, मनप्रीत कौर व सुमन मोहनपुरिया अनुपस्थित रहे।