एक्सप्रेसवे का निर्माण हो जाने के बाद जयपुर से श्रीगंगानगर के बीच की दूरी 60 किलोमीटर कम होगी, यह एक्सप्रेसवे गंगानगर को अमृतसर जामनगर इकोनामिक कॉरिडोर और दिल्ली वडोदरा एक्सप्रेसवे के साथ भी लिंक करेगा। प्रदेश सरकार केंद्र के साथ मिलकर इस प्रोजेक्ट पर 12,049 करोड रुपए खर्च करेगी। इस एक्सप्रेसवे के निर्माण के लिए 2700 हेक्टेयर जमीन अधिग्रहण की जाएगी।
एक्सप्रेसवे के निर्माण के बाद जयपुर से गंगानगर का सफर 8 घंटे की बजाय 5 घंटे में पूरा कर लिया जाएगा। एक्सप्रेस-वे बनने से कोटपूतली से श्रीगंगानगर तक दूरी 60 किमी कम होगी। इसके बाद जयपुर तक 117 किमी सफर होगा। यानी 407 किमी सफर 5 घंटे में ही पूरा हो जाएगा। एक्सप्रेस-वे बनने से श्रीगंगानगर से जिप्सम, खाद्य तेल व अन्य कृषि उत्पादों, झुंझुनूं क्षेत्र के ग्रेनाइट पत्थर की ढुलाई तेजी से हो सकेगी।
-श्रीगंगानगर में रीको इंडस्ट्रियल एरिया बायपास से होगा शुरू। -कोटपूतली के मंडलाना में, मंडलाना-नारनौल बायपास से जुड़कर होगा खत्म। -रावतसर, नोहर, भादरा, सादुलपुर, पिलानी, सूरजगढ़, बुहाना, नारनौल और कोटपूतली से होकर गुजरेगा।
-श्रीगंगानगर से जयपुर जाने में समय बचेगा तीन घंटे। -श्रीगंगानगर से जयपुर के बीच दूरी कम होगी 60 किलोमीटर। -एक्सप्रेस- वे के निर्माण पर होंगे 12,049 करोड रुपए। एक्सप्रेस- वे के निर्माण के लिए 2700 हेक्टेयर जमीन का होगा अधिग्रहण।