जिला प्रमुख के साथ शिक्षा मंत्री मदन दिलावर, फोटो- पत्रिका नेटवर्क
Rajasthan News: श्रीगंगानगर में पंचायती राज मंत्री मदन दिलावर के दौरे के दौरान सफाई व्यवस्था को लेकर अजीबोगरीब स्थिति सामने आई। ग्राम पंचायत 17-जेड में गंदगी देखकर नाराज मंत्री ने जिला प्रमुख से जवाब मांगा तो जिला प्रमुख कविता रैगर ने बेबसी जताते हुए कहा कि अधिकारी बात नहीं मानते, बीडीओ और ग्राम सेवक फोन तक नहीं उठाते। क्या मैं खुद सफाई कर दूं?
इस जवाब पर मंत्री बिना कुछ कहे चले गए, लेकिन बाद में उन्होंने अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई का भरोसा दिया।
मदन दिलावर के सामने छलकी पीड़ा
बता दें, मंत्री मदन दिलावर गुरुवार को श्रीगंगानगर के दौरे पर थे और उन्होंने कई ग्राम पंचायतों का निरीक्षण किया। ग्राम पंचायत 17-जेड में पहुंचने पर ग्रामीणों ने सफाई व्यवस्था की बदहाली की शिकायत की। ग्रामीणों ने बताया कि यहां सफाई कर्मचारी कभी नहीं आते और गंदगी का आलम है।
नाराज मंत्री ने मौके पर मौजूद जिला प्रमुख कविता रैगर से सवाल किया कि आखिर सफाई क्यों नहीं हो रही? उन्होंने ग्रामीणों को बताया कि वे प्रत्येक ग्राम पंचायत को सफाई के लिए एक लाख रुपये का अनुदान देते हैं, फिर भी हालात खराब क्यों हैं जवाब में जिला प्रमुख ने अपनी मजबूरी बयां की।
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उन्होंने कहा कि मैं बीडीओ और ग्राम सेवक को फोन करती हूं, लेकिन वे फोन नहीं उठाते। अधिकारियों की अनदेखी के कारण काम नहीं हो पाता। अब क्या मैं खुद जाकर सफाई करूं? कविता रैगर का यह जवाब सुनकर मंत्री कुछ पल के लिए चुप रहे और फिर बिना जवाब दिए आगे बढ़ गए। इस घटना ने स्थानीय प्रशासन की लापरवाही को उजागर कर दिया।
मंत्री ने दिया कार्रवाई का आश्वासन
बाद में पत्रकारों से बातचीत में मंत्री दिलावर ने कहा कि वे इस मामले को गंभीरता से लेंगे। उन्होंने जिला प्रमुख से उन अधिकारियों के नाम मांगे जो फोन नहीं उठाते और आश्वासन दिया कि ऐसे अधिकारियों के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि ग्राम पंचायतों में सफाई व्यवस्था सुनिश्चित करना हमारी प्राथमिकता है। किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।