गर्भपात की गोलियां खिलाने से बिगड़ी तबीयत
मामला बड़ागांव धसान थाना क्षेत्र के एक गांव का है। पुलिस को रविवार को गांव से सूचना मिली कि एक नाबालिग को बंधक बनाकर रखा गया है और वह गर्भवती है। सूचना मिलते ही थाना प्रभारी नरेंद्र वर्मा ने मौके पर पुलिस बल भेजकर नाबालिग को मुक्त कराया और उसे उपचार के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भेजा गया। जहां से उसे गंभीर हालत होने के कारण जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। जहां उसका गर्भपात कराया गया और अब उसकी हालत खतरे से बाहर है। पहले मां से थे संबंध
नाबालिग पीड़िता के माता-पिता दोनों दिव्यांग है। जिला अस्पताल में दिव्यांग पिता ने बताया कि आरोपी उसके ही गांव का है। आरोपी के पहले उसकी पत्नी से संबंध थे। ऐसे में परेशान होकर एक साल पहले उसने अपनी पत्नी को मायके भेज दिया था लेकिन चार महीने पहले वो वापस आ गई। बीवी को मायके भेजे जाने के बाद आरोपी ने उसकी नाबालिग बेटी को अपनी हवस का शिकार बना डाला। पिता का आरोप है कि आरोपी पिछले 6 माह से लगातार उसकी बेटी का शरीरिक शोषण कर रहा था। आरोपी न तो उसे और न ही बेटी को घर से निकलने देता था। जान से मारने की धमकी देता था।