पुलिस के अनुसार मृतका पंवालिया निवासी सुनीता (22) पत्नी कजोड़ भील है। बुधवार सुबह सुनीता घर से बाहर शौच करने जा रही थी। इसी बीच मोर की ओर से बजरी से भरे बेकाबू ट्रैक्टर-ट्रॉली ने उसके टक्कर मार दी। कुचलने से सुनीता की मौके पर ही मौत हो गई। घटना के बाद चालक मौके से फरार हो गया।
गुस्साए ग्रामीणों ने किया विरोध-प्रदर्शन
गुस्साए ग्रामीण व परिजनों ने मोर-संवारिया वाया पंवालिया मार्ग से मृतका के शव को उठाने नहीं दिया तथा शव के साथ जाम लगाकर विरोध प्रदर्शन किया। मौके पर मोर थाना पुलिस पहुंची। इधर, जाम के बीच वाहनों की कतार लग गई, वहीं वाहन चालकों को असुविधा का सामना करना पड़ा। शव को नहीं उठाने तथा रास्ता जाम करने की सूचना पर मोर व टोडारायसिंह थाना प्रभारी मय जाप्ते के मौके पर पहुंचे तथा ग्रामीणों को समझाने की कोशिश की। लेकिन ग्रामीण व परिजन मृतका के परिजनों को सरकारी नौकरी, 50 लाख रुपए का मुआवजा व सरकारी योजनाओं का लाभ दिलवाने की मांग को लेकर अड़े रहे तथा मृतका का शव नहीं उठाने दिया। सूचना पर उपखण्ड अधिकारी कपिल शर्मा, तहसीलदार राहुल पारीक व पुलिस उपाधीक्षक आशीष प्रजापत भी मौके पर पहुंचे। ग्रामीण व परिजनों से समझाइश की। करीब तीन घण्टे की समझाइश व आश्वासन बाद, ग्रामीण व परिजन शव उठाने तथा पोस्टमार्टम के लिए तैयार हुए। पुलिस ने टोडारायसिंह उपजिला अस्पताल में पोस्टमार्टम करवा शव परिजनों के सुपुर्द किया। हालांकि परिजनों की ओर से प्राथमिकी दर्ज नहीं कराई गई है।
विवाह में शामिल होने आए थी पंवालिया गांव
परिजनों के अनुसार मृतका सुनीता व उसका पति कजोड़ की आर्थिक स्थिति कमजोर है। दोनों जयपुर में मेहनत मजदूरी कर परिवार का पालन पोषण करते हैं। पिछले दिनों मृतका की ननद की शादी होने से दोनों पंवालिया गांव आए हुए थे। दो तीन दिन पहले विवाह कार्य संपन्न हुआ था। मृतका के दो वर्ष का पुत्र भी है। जबकि मृतका फिर से गर्भवती भी थी।
पीडि़त परिवार को मिला आश्वासन
मांग को लेकर अड़े हुए ग्रामीण व परिजनों की समझाइश के लिए मौके पर पहुंचे उपखण्ड व पुलिस प्रशासन पहुंचा। उपखण्ड अधिकारी कपिल शर्मान की मौजुदगी में उच्च अधिकारियों से वार्ता कर मृतका के परिवार को मुख्यमंत्री सहायता, मुख्यमंत्री उद्धव बीमा योजना, पीएम आवास योजना, पालनहार योजना का लाभ नियमानुसार अतिशीघ्र दिलवाने के साथ ही नगरपालिका टोडारायसिंह में मृतका के पति कजोड़ पुत्र शिवजीराम भील को नियमानुसार संविदा पर नौकरी दिलवाने का लिखित में आश्वासन दिया गया।