राज्य सरकार ने हाल ही में हाईकोर्ट के आदेश पर विशेषज्ञों के सुझाव लेकर अधिसूचित पहाडिय़ों के संरक्षण के लिए बनाए मॉडल विनियम 2018 में संशोधन करते हुए नई हिल पॉलिसी बनाई थी। यह पॉलिसी हाईकोर्ट में पेश होने के बाद लागू होनी है, उससे पहले ही भूमाफिया पहाड़ों को छलनी करने लग गए। गौरतलब है कि राजस्थान पत्रिका ने छलनी होती पहाडिय़ों और उन पर कटी अवैध कॉलोनियों को लेकर लगातार खबरें प्रकाशित की। शहर के उमरड़ा, डाकन कोटड़ा,तितरड़ी, देबारी, अम्बा माता की घाटी, चीरवा, एकिलंग जी, पिंडवाड़ा हाइवे, चित्रकूट नगर, रघुनाथपुरा सहित कई इलाकों के हालात उजागर किए थे। इन सभी इलाकों में पहाड़ों की कटिंग पर रोक के बावजूद लोगों ने फिर से बुलडोजर चढ़ा दिए।
चित्रकूटनगर-अंबेरी मार्ग पर कट रही पहाडिय़ां
नई पॉलिसी लागू होने से पहले चित्रकूटनगर-अंबेरी मार्ग पर धड़ल्ले से पहाडिय़ां कट रही है। वहां पर कतिपय भूव्यवसायी समतलीकरण का काम कर प्लान काट रहे हैं तो ऊपर वाले क्षेत्र में पहाड़ों पर रास्ता निकाला गया है, जहां डम्पर की जरिए सामान पहुंचाया जा रहा है। इन पहाड़ों पर कटिंग व निर्माण की स्वीकृति किसने दी यह जांच का विषय है।