उज्जैन के कलेक्टर नीरज कुमार का 16 महीने में तबादला किया गया है। रोशन सिंह जिले के नए कलेक्टर होंगे। सिंहस्थ से तीन साल पहले इंदौर कलेक्टर आशीष सिंह को मेला अधिकारी का अतिरिक्त दायित्व भी दिया गया है।
रविवार रात प्रदेश में 9 आइएएस अधिकारियों के स्थानांतरण सूची जारी हुई। इसमें मुख्यमंत्री के गृह जिले उज्जैन में 2015 बैच के आइएएस रोशनकुमार सिंह को उज्जैन कलेक्टर बनाया गया है। वे बतौर निगमायुक्त उज्जैन में पहले भी सेवा दे चुके हैं। वर्तमान में सिंह विदिशा कलेक्टर हैं।
निर्विवाद रहा कार्यकाल
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा श्री महाकाल लोक का लोकार्पण करने से पहले अक्टूबर 2022 में रोशनकुमार सिंह को उज्जैन निगमायुक्त की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। लोकार्पण कार्यक्रम सफल रहा था। बतौर निगमायुक्त रोशनकुमार सिंह ने शहर की स्वच्छता के साथ ही प्रचलित प्रोजेक्ट्स को गति देने और राजस्व बढ़ोतरी के लिए नए व्यावसायिक प्रोजेक्ट लाने का भी प्रयास किया था। 31 दिसंबर 2024 को उनका स्थानांतरण भोपाल स्मार्ट सिटी सीईओ पद पर कर दिया गया था।
नवनियुक्त कलेक्टर रोशनकुमार सिंह ने पत्रिका से चर्चा में बताया कि सोमवार को वे उज्जैन पहुंच जाएंगे। संभवत: मंगलवार को कलेक्टर का दायित्व संभालेंगे।
सिंहस्थ-2028 की तैयारियां प्राथमिकता
नव नियुक्त कलेक्टर रोशनकुमार सिंह के लिए सिंहस्थ-28 की तैयारियां मुख्य चुनौती होगी। सिंहस्थ आयोजन में सिर्फ तीन वर्ष शेष हैं और अभी कई बड़े निर्माण प्रचलित हैं, वहीं कई शुरू ही नहीं हो पाए हैं। इसके साथ ही शासन ने मेला अधिकारी भी नियुक्त कर दिया है जिससे सिंहस्थ की तैयारियों पर फोकस और बढ़ने की उम्मीद है।
सिंहस्थ 2016 में भी दे चुके हैं सेवाएं
शासन ने इंदौर कलेक्टर आशीषसिंह को सिंहस्थ मेला अधिकारी का अतिरिक्त प्रभार सौंपा है। सिंहस्थ-28 से तीन वर्ष पूर्व इस नियुक्ति को मेले के आयोजन के लिए महत्वपूर्ण माना जा रहा है। आशीष सिंह सिंहस्थ-2016 में भी विशेष रूप से पदस्थ किए गए थे। इसके बाद वे उज्जैन नगर निगम आयुक्त और फिर उज्जैन कलेक्टर भी रह चुके हैं। कोरोना काल में उज्जैन जिले की जिम्मेदारी उनके हाथ में थी। उनकी कार्यप्रणाली कुशल प्रबंधक के रूप में देखी जाती है।