उत्तर प्रदेश के उन्नाव और बालामऊ के बीच चलने वाली 54336 अपनी स्पीड में धड़धड़ाते चली जा रही थी। सफीपुर से यह ट्रेन 16.44 पर आगे के लिए रवाना हुई। इसी बीच अगला स्टॉपेज ऊगू था। लेकिन इसके पहले बकरी चरा रहे सृजन मिश्रा ने देखा कि रेलवे ट्रैक की मिट्टी धसी हुई है। उसने तत्काल अपनी लाल टी-शर्ट उतार कर बालामऊ पैसेंजर के चालक को सतर्क किया। बालामऊ पैसेंजर के चालक ने भी अपनी गाड़ी रोक दी। अचानक गाड़ी रुकने से यात्री भी घबरा गए।
इंजीनियरिंग टीम ने रेलवे ट्रैक को सही किया
बालामऊ पैसेंजर के चालक ने रेल ट्रैक धसने के विषय में जानकारी प्राप्त की। अंडरपास के नीचे की मिट्टी बह गई थी। जिसके कारण ट्रैक खतरे की हो गई थी। इस संबंध में कंट्रोल रूम को जानकारी दी गई। सूचना मिलने पर रेलवे इंजीनियरिंग स्टाफ मौके पर पहुंच गया और मरम्मत कर शुरू किया। जीआरपी थानाध्यक्ष ने बताया कि करीब तीन स्लीपर के नीचे की मिट्टी गायब थी। जिन्हें ठीक कर दिया गया है। इसके बाद कानपुर से बालामऊ जा रही ट्रेन को आगे के लिए रवाना किया गया। बकरी चरा रहे किशोर की सतर्कता से बड़ा हादसा होने से बच गया।