ट्रंप को जिताने के लिए लगाया एड़ी-चोटी का जोर
बता दें कि 2024 में ट्रंप को चुनाव जिताने के लिए न सिर्फ उन्होंने दिग्गज लोगों से अपील की थी बल्कि खुले दिल से तकरीबन 288 मिलियन डॉलर खर्च किए थे। नजदीकी सूत्रों के मुताबिक, मस्क अब खुद को राजनीति से दूर कर रहे हैं। उन्हें न सिर्फ अपने और परिवार की सुरक्षा की चिंता सता रही है, बल्कि टेस्ला और स्पेसएक्स को लेकर भी फिर से गंभीर हो गए हैं। उन्होंने साफ कहा है कि जब तक कोई ठोस वजह नहीं मिलेगी वे भविष्य में बहुत कम चुनावी फंडिंग करेंगे।
दो बड़े प्रोजेक्ट सिर पर
मस्क की दो प्रमुख कंपनियां-टेस्ला और स्पेसएक्स दो बड़े प्रोजेक्ट पर काम कर रही हैं। इनमें टेस्ला जून में पूरी तरह से स्वचालित कार लॉन्च करेगी, जबकि स्पेसएक्स का अगला स्टारशिप रॉकेट अगले हफ्ते उड़ान भरेगा। मस्क का लक्ष्य 2026 में बिना इंसान वाले यानों को मार्स पर भेजना है।
क्या रही मोहभंग की वजह
2024 के अमेरिकी राष्ट्रपति के चुनाव में वह ट्रंप को जितवाने के लिए काफी एक्टिव रोल निभा रहे थे। और हुआ भी वैसा ही, ट्रंप चुनाव जीतकर राष्ट्रपति बने। लेकिन इस राजनीतिक भागीदारी से उन्हें जितनी उम्मीदें थीं, वैसा परिणाम नहीं मिला। उनके DOGE (Department of Government Efficiency) कार्यक्रम की वजह से सरकारी नौकरियों में भारी छंटनी हुई और बजट घटाया गया। इससे मस्क की दुनियाभर में छवि खराब हुई थी। उनकी चिंता तब और बढ़ी जब बीते दिनों टेस्ला डीलरशिप्स पर विरोध प्रदर्शन और हिंसा हुई। टेस्ला का मुनाफा पहली तिमाही में 71% गिर गया और बिक्री भी घट गई। नासा के मिशन से दबाव बढ़ा
मस्क ने माना है कि वह अब अपनी टेक कंपनी के प्रोजेक्ट को आगे बढ़ाने के लिए काम करेंगे। स्पेसएक्स भी अब दबाव में है। नासा चाहता है कि 2027 तक वह इंसानों को चंद्रमा पर ले जाए, लेकिन स्टारशिप की तकनीकी चुनौतियां बहुत ज्यादा हैं।