नेतन्याहू की धमकी, ईरान का जवाब
इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि ईरान के सर्वोच्च नेता अली खामेनेई को मारकर ही यह युद्ध समाप्त होगा। जवाब में ईरानी विदेश मंत्री अब्बास अराघची ने हमले बंद होने तक जवाबी कार्रवाई की कसम खाई। ईरान ने यह भी कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप एक फोन कॉल से युद्ध रोक सकते हैं।
परमाणु धमकी और पाकिस्तान का खंडन
एक चौंकाने वाले दावे में ईरान ने कहा कि जरूरत पड़ने पर पाकिस्तान के साथ मिलकर इजरायल पर परमाणु हमला किया जा सकता है। ईरानी राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के सदस्य मोहसेन रेजाई ने एक टीवी शो में दावा किया कि पाकिस्तान ने ऐसा वादा किया है। हालांकि, पाकिस्तान ने तुरंत खंडन करते हुए कहा कि उसने ईरान के साथ ऐसा कोई समझौता नहीं किया।पाकिस्तानी रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने एक एक्स पोस्ट में स्पष्ट किया कि कोई ऐसा कमिटमेंट नहीं है। ईरानी विदेश मंत्रालय ने कहा कि वह परमाणु अप्रसार संधि (एनपीटी) से बाहर निकलने के लिए संसद में बिल ला रहा है, लेकिन साथ ही यह भी जोड़ा कि वह परमाणु हथियारों का समर्थक नहीं है।
नेतन्याहू का सनसनीखेज दावा
नेतन्याहू ने यह भी दावा किया कि ईरान ने उनकी और अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप की हत्या की साजिश रची है। कनाडा में जी-7 शिखर सम्मेलन के दौरान ट्रंप ने कहा कि ईरान इस युद्ध में इजरायल को हरा नहीं सकता। उन्होंने ईरान से परमाणु वार्ता की मेज पर लौटने की अपील की।
चीन की संदिग्ध भूमिका
हाल ही में चीन के कई कार्गो विमान ईरान में उतरे, जिनके ट्रांसपॉन्डर बंद थे। अटकलें हैं कि इन विमानों में हथियार हो सकते हैं। चीन और ईरान के बीच गहरे आर्थिक संबंध हैं। 2021 में चीन ने ईरान के बुनियादी ढांचे में 25 साल के लिए 400 बिलियन डॉलर के निवेश का समझौता किया था, जिसके बदले उसे रियायती दरों पर तेल और गैस की आपूर्ति मिलती है।
हमलों में हताहत और नुकसान
सोमवार को ईरान के इजरायल पर बैलिस्टिक मिसाइल हमलों में 8 लोगों की मौत हो गई और 300 से अधिक घायल हुए। इन हमलों में इजरायल में अमेरिकी दूतावास को भी नुकसान पहुंचा। इजरायल ने जवाबी कार्रवाई में ईरानी टीवी मुख्यालय और तेहरान जा रहे मिसाइल लांचर ट्रकों को निशाना बनाया। ईरान ने कतर और ओमान के जरिए इजरायल और अमेरिका को हमले रोकने और वार्ता शुरू करने का संदेश भेजा है।
इजरायल की रक्षा प्रणाली
इजरायली नौसेना ने पहली बार अपने बराक मैगन एयर डिफेंस सिस्टम का इस्तेमाल कर ईरान के आठ ड्रोन मार गिराए। यह प्रणाली युद्धपोतों की सुरक्षा के लिए डिजाइन की गई है। नेतन्याहू ने दावा किया कि इजरायल ने ईरान की रक्षा प्रणाली को ध्वस्त कर तेहरान के आसमान पर कब्जा कर लिया है।