दो बलूच नागरिकों की किडनैपिंग के बाद की हत्या
बलूच नेशनल मूवमेंट के मानवाधिकार निकाय पांक ने गुरुवार को जानकारी दी कि बलूचिस्तान के अवारन जिले के मशकई में पाकिस्तानी सेना ने कुछ समय पहले दो बलूच नागरिकों को जबरन किडनैप कर लिया थागायब किए गए दो और पीड़ितों की न्यायेतर हत्या की कड़ी निंदा की। 11 जून को दोनों जो हत्या कर दी गई। पीड़ितों के नाम अली मुहम्मद और निज़ार बताया जा रहा है। सेना ने कुछ महीने पहले अलग-अलग दोनों को किडनैप कर लिया था और 11 जून को उनकी हत्या करके उनके शवों को एक अस्पताल में फेंक दिया।
किडनैपिंग और हत्या की निंदा
बलूच नेशनल मूवमेंट के मानवाधिकार निकाय पांक ने अली मुहम्मद और निज़ार की किडनैपिंग और हत्या की कड़े शब्दों में निंदा की है। पांक ने यह भी कहा कि ये घटनाएं बलूचिस्तान में जबरन गायब किए जाने और उसके बाद हत्याओं के निरंतर पैटर्न को उजागर करती हैं। इन हत्याओं के बाद मशकई में पाकिस्तानी सेना के खिलाफ विरोध भड़क उठा है। लोग अली मुहम्मद और निज़ार को न्याय देने की मांग कर रहे हैं।
मामले की जांच और अपराधियों को जवाबदेह ठहराने की मांग
मानवाधिकार निकाय पांक ने दोनों हत्याओं को अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार कानूनों का घोर उल्लंघन बताया। साथ ही अंतर्राष्ट्रीय निकायों से इन हत्याओं की जांच करने और अपराधियों को जवाबदेह ठहराने की मांग भी की।
बलूच चाहते हैं आज़ाद बलूचिस्तान
बलूच एक आज़ाद बलूचिस्तान चाहते हैं। बलूच नेता, बलूचिस्तान के पाकिस्तान से आज़ाद होने का ऐलान कर चुके हैं और अब दुनियाभर के देशों से उन्हें एक आज़ाद देश के तौर पर मान्यता देने की मांग कर रहे हैं। इतना ही नहीं, बलूच विद्रोहियों ने बलूचिस्तान के के सुराब (Surab) शहर पर पूरी तरह से कब्ज़ा कर लिया है। साथ ही राजधानी क्वेटा (Quetta) के साथ मस्तुंग (Mustang) में भी कई इलाकों पर कब्ज़ा कर लिया है।