हमले विशेष रूप से निवासीय इलाकों को निशाना बना कर किए गए
यूक्रेनी प्रशासन का कहना है कि ये हमले विशेष रूप से निवासीय इलाकों को निशाना बना कर किए गए, जिनका कोई सैन्य महत्व नहीं था। स्थानीय समयानुसार देर रात 2:30 बजे ड्रोन विस्फोटों की आवाजें सुनाई दीं, जिससे कई लोगों की नींद खुली और अफरा-तफरी मच गई।
रूस के हमलों का व्यापक प्रभाव
इन हमलों से खारकीव में कई इमारतों और वाहनों को नुकसान हुआ है। आपातकालीन सेवाएं घटनास्थल पर पहुंच कर नुकसान का आकलन कर रही हैं। यूक्रेन के उत्तरी और पूर्वी क्षेत्र रूस के ड्रोन और मिसाइल हमलों का लगातार शिकार बनते रहे हैं।
रिएक्शन: जेलेंस्की ने हमलों को “आम नागरिकों के खिलाफ क्रूरता” बताया
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की ने इन हमलों को “आम नागरिकों के खिलाफ क्रूरता” बताया और पश्चिमी देशों से एयर डिफेंस सिस्टम में तत्काल मदद की अपील की।
मौत सिर्फ इसलिए हुई, क्योंकि वे यूक्रेनी हैं
खारकीव के मेयर इगोर टेरेखोव ने कहा, “हम एक बार फिर उन लोगों को दफन कर रहे हैं, जिनकी मौत सिर्फ इसलिए हुई क्योंकि वे यूक्रेनी हैं।”
फॉलोअप: यूक्रेन ने जांच के लिए अंतरराष्ट्रीय निरीक्षकों को आमंत्रित किया
यूक्रेनी सरकार ने हमलों की जांच के लिए अंतरराष्ट्रीय निरीक्षकों को आमंत्रित किया है। NATO और EU के अधिकारी इस हमले के बाद नए सुरक्षा उपायों पर विचार कर रहे हैं, जिसमें यूक्रेनी सीमा की हवाई निगरानी बढ़ाना शामिल है। स्थानीय NGO “Help Kharkiv” ने पीड़ितों के लिए राहत सामग्री और आपात आवास व्यवस्था शुरू कर दी है।
हमले के कई प्रभाव नजर आए
मनोवैज्ञानिक प्रभाव: खारकीव के एक स्थानीय स्कूल ने बताया कि कई बच्चों में PTSD (पोस्ट-ट्रॉमैटिक स्ट्रेस डिसऑर्डर) के लक्षण दिखा रहे हैं। डिजिटल वॉर: ड्रोन हमलों के बाद रूसी सोशल मीडिया चैनलों पर ‘साइकोलॉजिकल वॉरफेयर’ को लेकर प्रचार तेज हुआ है – जो पश्चिमी देशों की सैन्य असफलता दिखाने की कोशिश है। बिजली और जल आपूर्ति बाधित: हमले के बाद दोनों शहरों के कुछ हिस्सों में बुनियादी सुविधाएं भी प्रभावित हुई हैं।