बांग्लादेश पर अमीर देशों का 5.8 ट्रिलियन डॉलर का ऋण बकाया
रिपोर्ट में कहा गया है कि अमीर, प्रदूषणकारी देशों पर निम्न और निम्न-मध्यम आय वाले देशों का जलवायु ऋण कुल मिलाकर 107 ट्रिलियन डॉलर है, जो इन देशों पर बकाया कुल विदेशी ऋण से 70 गुना अधिक है। बांग्लादेश का कुल विदेशी कर्ज 78.06 अरब डॉलर है, जबकि जलवायु क्षतिपूर्ति के रूप में बांग्लादेश पर अमीर देशों का 5.8 ट्रिलियन डॉलर का ऋण बकाया है। यह आंकड़ा 1960 से लेकर 1992 तक के अनुमानों के आधार पर लगाया गया है।
क़र्ज़ से स्वास्थ्य, शिक्षा और जलवायु कार्यों पर प्रभाव
एक्शनएड की रिपोर्ट में कहा गया है कि बांग्लादेश ने सन 2023 में अपने कर्जदाताओं को 4.77 बिलियन डॉलर का भुगतान किया, जबकि 2024 में राष्ट्रीय राजस्व का 16.9% हिस्सा केवल विदेशी ऋण पुनर्भुगतान पर खर्च हुआ। इसके बावजूद, स्वास्थ्य क्षेत्र के लिए केवल 3.08% और शिक्षा के लिए 11.73% आवंटित किया गया। इस प्रकार, बांग्लादेश को विदेशी ऋण चुकाने के लिए सार्वजनिक सेवाओं जैसे स्वास्थ्य, शिक्षा और जलवायु कार्यों से संसाधन स्थानांतरित करने के लिए मजबूर किया जा रहा है।
एक अहम दस्तावेज़ है यह रिपोर्ट
बांग्लादेश की कंट्री निदेशक फराह कबीर ने इस रिपोर्ट को जलवायु परिवर्तन और कर्ज के बोझ के संदर्भ में एक अहम दस्तावेज़ बताया। उन्होंने कहा कि बांग्लादेश को ऋण संकट और जलवायु परिवर्तन दोनों के प्रभावों से निपटने के लिए ऋण माफी और उपनिवेशी ऋण संरचनाओं से मुक्ति की आवश्यकता है। कबीर ने विशेष रूप से महिलाओं और लड़कियों पर जलवायु संकट के प्रभाव को भी रेखांकित किया है।
एक नया संयुक्त राष्ट्र फ्रेमवर्क कन्वेंशन बनाएं
इस रिपोर्ट में वैश्विक नेताओं से यह अपील की गई है कि वे अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) के प्रभाव वाले वर्तमान ऋण ढांचे को बदलने के लिए एक नया संयुक्त राष्ट्र फ्रेमवर्क कन्वेंशन बनाएं। इसके साथ ही, जलवायु ऋण के आंशिक भुगतान और अमीर देशों से अन्य क्षतिपूर्ति के रूप में ऋण माफी की मांग की जाए। बांग्लादेश और अन्य कमजोर देशों के सामने बढ़ते वित्तीय संकट को देखते हुए, यह रिपोर्ट तुरंत वैश्विक कार्रवाई की आवश्यकता बताती है, ताकि ऋण और जलवायु संकट के समाधान के लिए एक नया रास्ता तैयार किया जा सके।